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पॉलीथिन के इस्तेमाल पर होटल और रेस्टोरेंट से अतिरिक्त टैक्स वसूलेगी सरकार

उत्तराखंड सरकार अब टैक्स होटलों और रेस्तरां से निकलने वाले प्लास्टिक वेस्ट के आधार पर वसूलने की तैयारी में हैं. सूबे के पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत खुद इस नए टैक्स का ऐलान भी कर भी चुके हैं. यह कदम प्रदेश में पॉलीथिन पर बैन लगाने के लिए उठाया जा रहा है.

Extra tax on polythene usage
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Published : Jul 9, 2019, 7:05 AM IST

देहरादून: प्रदेश में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए अब राज्य सरकार होटल और रेस्तरां स्वामियों से एक नए तरह का टैक्स वसूलने की तैयारी में है. सूबे के पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत खुद इस नए टैक्स का एलान भी कर भी चुके हैं. उधर, व्यापारी इस निर्णय का विरोध करते भी नजर आ रहे हैं.

पॉलीथिन के इस्तेमाल पर होटल और रेस्टोरेंट से अतिरिक्त टैक्स वसूलेगी सरकार.

बता दें कि बीते साल से प्रदेश में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई है, लेकिन कई कोशिशों के बावजूद पॉलीथिन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद होता नजर नहीं आ रहा है. अब सरकार ने नए फरमान जारी करते हुए होटल और रेस्तरां स्वामियों से पॉलीथिन के इस्तेमाल पर टैक्स वसूलने की योजना बनाई है. राज्य सरकार यह टैक्स होटलों और रेस्तरां से निकलने वाले प्लास्टिक वेस्ट के आधार पर वसूलने की तैयारी में है.

ये भी पढ़ेंः सचिवालय में मंगलवार को भी होंगी विभागीय बैठकें, आगंतुकों को भी मिलेगा पास

इसी कड़ी में व्यापार मंडल के अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा कि प्रदेश का हर व्यापारी पॉलिथीन और प्लास्टिक के इस्तेमाल के खिलाफ है, लेकिन पॉलिथीन के इस्तेमाल बंद करने के लिए सबसे पहले बाजारों में इन पॉलिथीन को आने से रोकना होगा. उन्होंने कहा कि पॉलीथिन के इस्तेमाल के दुष्प्रभावों को लेकर विशेष जागरुकता अभियान चलाने की भी सख्त जरूरत है. जिससे लोग पॉलीथिन का इस्तेमाल ना करें.

वहीं, वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार का कहना है कि पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाने के नाम पर टैक्स वसूलना कारगर कदम साबित नहीं हो सकता है. सरकार प्रदेश को पॉलीथिन मुक्त प्रदेश बनाना चाहती है, तो सबसे पहले बाहरी राज्यों से आने वाले पॉलिथीन और प्लास्टिक से बने सामानों पर बैन लगाना होगा.

देहरादून: प्रदेश में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए अब राज्य सरकार होटल और रेस्तरां स्वामियों से एक नए तरह का टैक्स वसूलने की तैयारी में है. सूबे के पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत खुद इस नए टैक्स का एलान भी कर भी चुके हैं. उधर, व्यापारी इस निर्णय का विरोध करते भी नजर आ रहे हैं.

पॉलीथिन के इस्तेमाल पर होटल और रेस्टोरेंट से अतिरिक्त टैक्स वसूलेगी सरकार.

बता दें कि बीते साल से प्रदेश में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई है, लेकिन कई कोशिशों के बावजूद पॉलीथिन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद होता नजर नहीं आ रहा है. अब सरकार ने नए फरमान जारी करते हुए होटल और रेस्तरां स्वामियों से पॉलीथिन के इस्तेमाल पर टैक्स वसूलने की योजना बनाई है. राज्य सरकार यह टैक्स होटलों और रेस्तरां से निकलने वाले प्लास्टिक वेस्ट के आधार पर वसूलने की तैयारी में है.

ये भी पढ़ेंः सचिवालय में मंगलवार को भी होंगी विभागीय बैठकें, आगंतुकों को भी मिलेगा पास

इसी कड़ी में व्यापार मंडल के अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा कि प्रदेश का हर व्यापारी पॉलिथीन और प्लास्टिक के इस्तेमाल के खिलाफ है, लेकिन पॉलिथीन के इस्तेमाल बंद करने के लिए सबसे पहले बाजारों में इन पॉलिथीन को आने से रोकना होगा. उन्होंने कहा कि पॉलीथिन के इस्तेमाल के दुष्प्रभावों को लेकर विशेष जागरुकता अभियान चलाने की भी सख्त जरूरत है. जिससे लोग पॉलीथिन का इस्तेमाल ना करें.

वहीं, वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार का कहना है कि पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाने के नाम पर टैक्स वसूलना कारगर कदम साबित नहीं हो सकता है. सरकार प्रदेश को पॉलीथिन मुक्त प्रदेश बनाना चाहती है, तो सबसे पहले बाहरी राज्यों से आने वाले पॉलिथीन और प्लास्टिक से बने सामानों पर बैन लगाना होगा.

Intro:देहरादून-प्रदेश में पॉलीथिन के इस्तमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए अब राज्य सरकार होटल और रेस्तरां स्वामियों से एक नए तरह का टैक्स वसूलने की तैयारी कर रही है। सूबे के पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत खुद इस नए टैक्स का ऐलान कर भी चुके हैं।

गौरतलब है राज्य सरकार यह टेक्स होटलों और रेस्तरां से निकलने वाले प्लास्टिक वेस्ट के आधार पर वसूलने की तैयारी में हैं । यानी कि जितना ज्यादा प्लास्टिक वेस्ट उतना ज्यादा टेक्स।

इस संबंध में जब हमने व्यापार मंडल के अध्यक्ष विपिन नागलिया से बात की तो वह पूरी तरह इस टैक्स का विरोध करते नजर आए। उनके मुताबिक प्रदेश का हर एक व्यापारी पॉलिथीन या प्लास्टिक के इस्तेमाल के खिलाफ है । लेकिन पॉलिथीन या प्लास्टिक का इस्तेमाल तभी बंद हो सकता है जब बाजारों में पॉलिथीन आना पूरी तरह बंद हो जाए । उनके मुताबिक यदि सरकार को प्रदेश में पॉलिथीन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना है तो इसके लिए सरकार को सबसे पहले बाहरी राज्यों से प्रदेश में प्रवेश कर रहे पॉलीथिन और प्लास्टिक मेटेरियल पर प्रतिबंध लगाना होगा । साथ ही पॉलीथिन के इस्तेमाल के दुष्प्रभावों को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाने की भी सख्त जरूरत है ।

बाइट- विपिन नागलिया अध्यक्ष व्यापार मंडल





Body:वहीं रेस्तरां और होटल स्वामियों से वसूले जाने वाले इस खास टैक्स के संबंध में वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार का कहना है कि पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाने के नाम पर टैक्स वसूलना पोलिथीन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए एक कारगर कदम साबित नहीं होने वाला । यदि सरकार वास्तव में प्रदेश को पॉलीथिन मुक्त प्रदेश बनाना चाहती है तो सरकार को बाहरी राज्यों से आने वाले पॉलिथीन और प्लास्टिक से बने सामानों पर सबसे पहले बैन लगाना होगा।

बाइट- सुशील कुमार वरिष्ठ स्तंभकार




Conclusion:बरहाल इस नए टेक्स को लेकर गौर करने वाली बात यह भी है कि यदि प्रदेश सरकार होटल और रेस्तरां व्यापारियों पर टैक्स लगाती है तो इस टैक्स का असर कहीं न कहीं पर्यटकों की जेब पर भी जरूर पड़ेगा । इसमें टैक्स को देने के लिए जो अतिरिक्त भार व्यापारियों की जेब पर पड़ेगा और व्यापारी अपना चार्ज बढ़ाकर पर्यटकों से ही तो वसूललेंगे !
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