देहरादूनः राज्य में लगातार कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. इसी के मद्देनजर राज्य भर में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार भी बढ़ा दी है. लेकिन अब इस संक्रमण के रोकथाम के लिए आइवरमेक्टिन (Ivermectin) दवा को राज्य स्तरीय क्लीनिकल टेक्निकल कमेटी की संस्तुति के आधार पर जन सामान्य को 'मैंने प्रोफिलैक्सिस (बीमारी को रोकने के लिए की गई कार्रवाई) के तौर पर दिए जाने की मांग रखी है. इसी के चलते उत्तराखंड शासन मुख्य सचिव ओम प्रकाश द्वारा क्लीनिकल टेक्निकल कमेटी की संस्तुति के आधार पर राज्य के समस्त परिवारों को आइवरमेक्टिन औषधि की किट तैयार कर संक्रमण की रोकथाम के लिए मुहैया कराने के निर्देश राज्य के सभी जिलाधिकारियों को दे दिए हैं.
"आइवरमेक्टिन 12 mg" लेकर विशेष जानकारी
- कोविड-19 में प्रारंभिक उपचार रोकथाम के लिए आइवरमेक्टिन 12 mg को औषधि के रूप में सामान्यत वयस्क व्यक्तियों और 15 साल से ऊपर के बच्चों को एक-एक गोली प्रतिदिन सुबह और रात को खाने के बाद 3 दिन तक दिए जाने की सलाह दी गई है. इसी प्रकार एक व्यक्ति को 6 गोलियां और चार व्यक्तियों के परिवार के लिए 24 गोलियों की किट तैयार करने के लिए जिला व स्वास्थ्य प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं.
- 10 साल से 15 साल तक के बच्चों को आइवरमेक्टिन 12mg की एक गोली प्रतिदिन खाने के बाद 3 दिन तक दिए जाने की सलाह दी गई है.
- 2 साल से 10 साल तक के बच्चों को चिकित्सक की सलाह के आधार पर कोरोना से बचाव के लिए आइवरमेक्टिन की दवाई देने की मेडिकल जानकारी दी गई है.
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कोरोना बचाव में उपयुक्त इस नई दवा से इन लोगों को दूर रखने की सलाह
- कोरोना संक्रमण व उसके बचाव के लिए उपयुक्त मानी जाने वाली इस नई दवा आइवरमेक्टिन को 2 साल से कम आयु के बच्चों व गर्भवती महिलाओं के साथ ही स्तनपान कराने वाली महिलाओं के अलावा लीवर रोग से ग्रसित व्यक्तियों को ये दवा ना देने की सलाह दी गई है.
स्वयं सहायता समूह द्वारा कोरोना की नई कारगर दवा तैयार की जाएगी
- उत्तराखंड शासन द्वारा कोरोना संक्रमण के बचाव व रोकथाम के लिए उपयुक्त माने जाने वाली आइवरमेक्टिन 12 mg को तैयार करने के लिए स्वयं सहायता समूह से सहयोग लिए जाने की कवायद शुरू की जाएगी. प्रति किट अधिकतम कीमत ₹1 में भुगतान किया जा सकता है.
- प्रत्येक व्यक्ति को इस दवा के वितरण की व्यवस्था जिला स्तर के जिलाधिकारियों और नोडल अधिकारियों के द्वारा सुनिश्चित की जाएगी. विकासखंड स्तर पर खंड विकास अधिकारी और नोडल अधिकारियों द्वारा यह व्यवस्था बनाई जाएगी.
- कोरोना में नई दवा के रूप में कारगर आइवरमेक्टिन 12 mg की किट वितरण के लिए बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ ही आशा कार्यकर्ताओं के अलावा ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान, स्वयंसेवी संस्थाओं और नगर क्षेत्र में वॉर्ड मेंबर व पार्षद द्वारा इसका वितरण कार्यक्रम किया जाएगा.