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घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज प्रोफेसर सुसाइड मामला: निदेशक और विभागाध्यक्ष हटाए गए, जांच के लिए पुलिस टीम ने डाला डेरा

जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट आत्महत्या मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है. शासन ने तत्काल प्रभाव से घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज से निदेशक और विभागाध्यक्ष को हटा दिया है, उन्हें कुमाऊं मंडल के इंजीनियरिंग कॉलेजों से संबद्ध कर दिया है. इसके साथ ही पुलिस की टीमें दो दिनों से कालेज में डेरा जमाए हुई हैं. पुलिस इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के पूरे स्टाफ से मैराथन पूछताछ कर रही है.

Manisha Bhatt Suicide Case
असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट
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Published : May 28, 2023, 1:43 PM IST

Updated : May 30, 2023, 12:24 PM IST

श्रीनगरः गोविंद बल्लभ पंत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी घुड़दौड़ी की असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट की आत्महत्या का मामला सुर्खियों में है. मामले में महिला के पति ने इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक और विभागाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद शासन ने घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक और विभागाध्यक्ष कुमाऊं मंडल के इंजीनियरिंग कॉलेजों से संबद्ध कर दिया है.

Professor Manisha Bhatt Death Case
शासन ने जारी किया आदेश

बता दें कि शासन ने दोनों को सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली 2002 का प्रथम दृष्टया में दोषी माना है. जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी की असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट की आत्महत्या के मामले में शासन ने डीएम पौड़ी की रिपोर्ट मिलने के बाद यह कार्रवाई की है. जारी आदेश में कहा गया है कि अप्रैल 2019 में असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट की स्थायी नियुक्ति के बाद से ही उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था. मनीषा की नियुक्ति के समय वर्तमान में संस्थान के निदेशक विभागाध्यक्ष थे. जबकि, एक प्रोफेसर विभागाध्यक्ष है.

Professor Manisha Bhatt Death Case
शासन से जारी पत्र.
ये भी पढ़ेंः असिस्टेंट प्रोफेसर की मौत के बाद पति ने उच्च अधिकारियों पर लगाया उत्पीड़न का आरोप, मुकदमा दर्ज

फिलहाल, शासन ने दोनों को हटा दिया है. वहीं, अब प्रभारी निदेशक की जिम्मेदारी डॉक्टर वीएन काला को दी गई है. उन्होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. ये संस्थान के सबसे सीनियर फैकल्टी हैं. जबकि, इलेक्ट्रॉनिक एवं कम्युनिकेशन के नए हेड के रूप में राजेश कुमार को जिम्मेदारी दी गई है.

पुलिस की टीम ने डाला डेरा: पुलिस की टीमें दो दिनों से कालेज में डेरा जमाए हुई हैं. जिसमें टीमों के द्वारा ईसीई (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग) विभाग के पूरे स्टाफ से भी मैराथन पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने लगातार कई घंटों तक संस्थान में जांच करते हुए साक्ष्यों को जुटाया. साथ ही शनिवार देर शाम तक फोरेसिंक टीम ने मामले से जुडे़ सभी साक्ष्यों पर गहनता से जांच की. टीम ने असिस्टेंट प्रोफेसर का कमरा सील कर दिया है. टीम संस्थान के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है.टीम में शामिल एसओ पौड़ी गोविंद सिंह ने बताया एएसपी शेखरचंद्र सुयाल, सीओ श्यामदत्त नौटियाल समेत अन्य पुलिस अफसरों की पांच टीमों ने ईसीई विभाग के टीचिंग और नॉन टिचिंग स्टॉफ के बयान लिए हैं.

ये भी पढ़ेंः घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर ने नदी में लगाई छलांग

गौर हो कि बीती 25 मई को जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट ने नैथाणा पुल से अलकनंदा नदी में छलांग लगा दी थी. जिसे रेस्क्यू कर बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराया गया था. जहां मनीषा ने दम तोड़ दिया था. इसके बाद महिला के पति और स्वजनों ने संस्थान के उच्चाधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. साथ ही मामले में पुलिस को तहरीर देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

श्रीनगरः गोविंद बल्लभ पंत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी घुड़दौड़ी की असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट की आत्महत्या का मामला सुर्खियों में है. मामले में महिला के पति ने इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक और विभागाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद शासन ने घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक और विभागाध्यक्ष कुमाऊं मंडल के इंजीनियरिंग कॉलेजों से संबद्ध कर दिया है.

Professor Manisha Bhatt Death Case
शासन ने जारी किया आदेश

बता दें कि शासन ने दोनों को सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली 2002 का प्रथम दृष्टया में दोषी माना है. जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी की असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट की आत्महत्या के मामले में शासन ने डीएम पौड़ी की रिपोर्ट मिलने के बाद यह कार्रवाई की है. जारी आदेश में कहा गया है कि अप्रैल 2019 में असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट की स्थायी नियुक्ति के बाद से ही उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था. मनीषा की नियुक्ति के समय वर्तमान में संस्थान के निदेशक विभागाध्यक्ष थे. जबकि, एक प्रोफेसर विभागाध्यक्ष है.

Professor Manisha Bhatt Death Case
शासन से जारी पत्र.
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फिलहाल, शासन ने दोनों को हटा दिया है. वहीं, अब प्रभारी निदेशक की जिम्मेदारी डॉक्टर वीएन काला को दी गई है. उन्होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. ये संस्थान के सबसे सीनियर फैकल्टी हैं. जबकि, इलेक्ट्रॉनिक एवं कम्युनिकेशन के नए हेड के रूप में राजेश कुमार को जिम्मेदारी दी गई है.

पुलिस की टीम ने डाला डेरा: पुलिस की टीमें दो दिनों से कालेज में डेरा जमाए हुई हैं. जिसमें टीमों के द्वारा ईसीई (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग) विभाग के पूरे स्टाफ से भी मैराथन पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने लगातार कई घंटों तक संस्थान में जांच करते हुए साक्ष्यों को जुटाया. साथ ही शनिवार देर शाम तक फोरेसिंक टीम ने मामले से जुडे़ सभी साक्ष्यों पर गहनता से जांच की. टीम ने असिस्टेंट प्रोफेसर का कमरा सील कर दिया है. टीम संस्थान के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है.टीम में शामिल एसओ पौड़ी गोविंद सिंह ने बताया एएसपी शेखरचंद्र सुयाल, सीओ श्यामदत्त नौटियाल समेत अन्य पुलिस अफसरों की पांच टीमों ने ईसीई विभाग के टीचिंग और नॉन टिचिंग स्टॉफ के बयान लिए हैं.

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गौर हो कि बीती 25 मई को जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट ने नैथाणा पुल से अलकनंदा नदी में छलांग लगा दी थी. जिसे रेस्क्यू कर बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराया गया था. जहां मनीषा ने दम तोड़ दिया था. इसके बाद महिला के पति और स्वजनों ने संस्थान के उच्चाधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. साथ ही मामले में पुलिस को तहरीर देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

Last Updated : May 30, 2023, 12:24 PM IST
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