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'ऑटो नहीं चलेगा तो नहीं चलने दूंगा, जो करना हो करो' भड़के गढ़वाल कमिश्नर, जानिए वजह

Garhwal Commissioner Vinay Shankar Pandey Express Angry गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे आरटीए बैठक में ऑटो चालकों के नारे लगाने पर भड़क गए. ऑटो चालकों ने नारे ई रिक्शा चालकों को ऑटो का परमिट दिए जाने के विरोध में लगाए थे. वहीं, बैठक में 24 प्रस्तावों पर विचार विमर्श किया गया.

Garhwal Commissioner Vinay Shankar Pandey
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 24, 2023, 11:39 AM IST

Updated : Dec 24, 2023, 12:48 PM IST

ऑटो चालक प्रतिनिधियों पर भड़के गढ़वाल कमिश्नर

देहरादूनः परिवहन विभाग की आरटीए बैठक में गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे बुरी तरह से ऑटो चालकों पर भड़क गए. इससे पहले बैठक में 24 प्रस्तावों पर विचार विमर्श के साथ ही डोर टू डोर वाहनों के लिए ई रिक्शा चालकों को ऑटो का परमिट देने के निर्देश दिए गए. जिस पर ऑटो चालकों ने बैठक के दौरान बाहर नारे लगाने शुरू कर दिए. ऐसे में गढ़वाल कमिश्नर ऑटो चालकों पर भड़क पड़े. हालांकि, मामला शांत होने के बाद कमिश्नर पांडे ने ऑटो चालकों से वार्ता करने के निर्देश दिए.

वहीं, बैठक में निर्णय लिया गया कि घंटाघर और परेड ग्राउंड में विक्रम प्रतिबंधित नहीं होंगे, लेकिन सभी कमर्शियल गाड़ियों में जीपीएस लगाए जाएंगे. ताकि, विक्रम जगह-जगह रूक कर सवारी न बैठा पाएं. अगर कोई नियम का उल्लंघन करेगा तो उसका परमिट कैंसिल कर दिया जाएगा. इसके अलावा आरटीओ को कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए गए हैं. इन कंट्रोल रूम से सभी कमर्शियल वाहनों की मॉनिटरिंग की जाएगी. पहले एक महीने तक मॉनिटरिंग की जाएगी और उसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा.

आरटीए की बैठक में शहर के अंदर आम जनता को सेवा उपलब्ध कराने के लिए मंझली गाड़ियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया. इन वाहनों को अलग-अलग रूटों पर चलाने के लिए विचार विमर्श किया गया. वहीं, गढ़वाल कमिश्नर पांडे ने जाम की समस्या को दूर करने के लिए परिवहन विभाग को पुलिस विभाग के साथ मिलकर कार्रवाई करने को कहा. बैठक में पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन सेवा पर भी विचार किया गया. उन्होंने पुलिस विभाग से ई रिक्शा के प्रतिबंधित मार्ग पर संचालन और नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
ये भी पढ़ेंः ऋषिकेश में ई रिक्शा से लोग परेशान, सड़कों पर दबाव कम करने के लिए परिवहन विभाग बना रहा प्लान

इस वजह से भड़के गढ़वाल कमिश्नर: वहीं, बैठक में आम जनता को डोर टू डोर तक सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध कराने और यातायात कम करने के साथ वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की बात की गई. इसके तहत देहरादून शहर के अंतर्गत नए यूरो 6 या फिर नए सीएनजी ऑटो के परमिट देने के लिए ई रिक्शा चालकों को प्राथमिकता दिए जाने पर बात की गई, लेकिन ऑटो चालक इसके विरोध में उतर आए. जिस पर कमिश्नर पांडे ने कहा कि वर्तमान में जितने ई रिक्शा चालक हैं, उन्हें ही ऑटो का परमिट दिया जाएगा.

इसके बाद जब ऑटो चालक बैठक से बाहर गए तो उन्होंने परिवहन विभाग के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए. जिस पर कर्मचारियों ने ऑटो चालक के प्रतिनिधि को फिर से अंदर बैठक में बुलाया. जहां गढ़वाल कमिश्नर उन पर जबरदस्त तरीके भड़क गए. हालांकि, उसके बाद गढ़वाल कमिश्नर ने ऑटो चालकों को इस योजना पर अध्ययन करने के लिए आरटीओ से वार्ता करने की बात कही.

देहरादून आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि गढ़वाल कमिश्नर की अध्यक्षता में आरटीए की बैठक हुई. बैठक में 24 बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया. उन्होंने कहा कि देहरादून के अलावा अन्य शहरों में भी गांव के मार्ग पर बसों का संचालन किया जाएगा. ताकि, आम जनता को आने जाने में सहूलियत मिल सके. बैठक में लिए निर्णय के बाद इन बिंदुओं पर जल्द से जल्द काम शुरू किया जाएगा.

ऑटो चालक प्रतिनिधियों पर भड़के गढ़वाल कमिश्नर

देहरादूनः परिवहन विभाग की आरटीए बैठक में गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे बुरी तरह से ऑटो चालकों पर भड़क गए. इससे पहले बैठक में 24 प्रस्तावों पर विचार विमर्श के साथ ही डोर टू डोर वाहनों के लिए ई रिक्शा चालकों को ऑटो का परमिट देने के निर्देश दिए गए. जिस पर ऑटो चालकों ने बैठक के दौरान बाहर नारे लगाने शुरू कर दिए. ऐसे में गढ़वाल कमिश्नर ऑटो चालकों पर भड़क पड़े. हालांकि, मामला शांत होने के बाद कमिश्नर पांडे ने ऑटो चालकों से वार्ता करने के निर्देश दिए.

वहीं, बैठक में निर्णय लिया गया कि घंटाघर और परेड ग्राउंड में विक्रम प्रतिबंधित नहीं होंगे, लेकिन सभी कमर्शियल गाड़ियों में जीपीएस लगाए जाएंगे. ताकि, विक्रम जगह-जगह रूक कर सवारी न बैठा पाएं. अगर कोई नियम का उल्लंघन करेगा तो उसका परमिट कैंसिल कर दिया जाएगा. इसके अलावा आरटीओ को कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए गए हैं. इन कंट्रोल रूम से सभी कमर्शियल वाहनों की मॉनिटरिंग की जाएगी. पहले एक महीने तक मॉनिटरिंग की जाएगी और उसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा.

आरटीए की बैठक में शहर के अंदर आम जनता को सेवा उपलब्ध कराने के लिए मंझली गाड़ियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया. इन वाहनों को अलग-अलग रूटों पर चलाने के लिए विचार विमर्श किया गया. वहीं, गढ़वाल कमिश्नर पांडे ने जाम की समस्या को दूर करने के लिए परिवहन विभाग को पुलिस विभाग के साथ मिलकर कार्रवाई करने को कहा. बैठक में पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन सेवा पर भी विचार किया गया. उन्होंने पुलिस विभाग से ई रिक्शा के प्रतिबंधित मार्ग पर संचालन और नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
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इस वजह से भड़के गढ़वाल कमिश्नर: वहीं, बैठक में आम जनता को डोर टू डोर तक सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध कराने और यातायात कम करने के साथ वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की बात की गई. इसके तहत देहरादून शहर के अंतर्गत नए यूरो 6 या फिर नए सीएनजी ऑटो के परमिट देने के लिए ई रिक्शा चालकों को प्राथमिकता दिए जाने पर बात की गई, लेकिन ऑटो चालक इसके विरोध में उतर आए. जिस पर कमिश्नर पांडे ने कहा कि वर्तमान में जितने ई रिक्शा चालक हैं, उन्हें ही ऑटो का परमिट दिया जाएगा.

इसके बाद जब ऑटो चालक बैठक से बाहर गए तो उन्होंने परिवहन विभाग के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए. जिस पर कर्मचारियों ने ऑटो चालक के प्रतिनिधि को फिर से अंदर बैठक में बुलाया. जहां गढ़वाल कमिश्नर उन पर जबरदस्त तरीके भड़क गए. हालांकि, उसके बाद गढ़वाल कमिश्नर ने ऑटो चालकों को इस योजना पर अध्ययन करने के लिए आरटीओ से वार्ता करने की बात कही.

देहरादून आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि गढ़वाल कमिश्नर की अध्यक्षता में आरटीए की बैठक हुई. बैठक में 24 बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया. उन्होंने कहा कि देहरादून के अलावा अन्य शहरों में भी गांव के मार्ग पर बसों का संचालन किया जाएगा. ताकि, आम जनता को आने जाने में सहूलियत मिल सके. बैठक में लिए निर्णय के बाद इन बिंदुओं पर जल्द से जल्द काम शुरू किया जाएगा.

Last Updated : Dec 24, 2023, 12:48 PM IST
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