देहरादून: कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने जोशीमठ प्रभावितों को बदरीनाथ की तर्ज पर मुआवजा देने की मांग की है. वहीं, उन्होंने लेखपाल पटवारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण को सरकार का फेलियर बताया है. इस दौरान उन्होंने धामी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
गणेश गोदियाल ने कहा कल हुई कैबिनेट बैठक से उम्मीद थी कि सरकार कई महत्वपूर्ण फैसले लेगी और जोशीमठ प्रभावितों को बदरीनाथ की तर्ज पर मुआवजा देगी, लेकिन सरकार ने कैबिनेट बैठक में इस आशय का कोई भी प्रस्ताव नहीं रखा. बल्कि यह बोलकर इतिश्री कर दी कि जोशीमठ वासियों को बाजार भाव के आधार पर मुआवजा देगी. ऐसे में बाजार भाव क्या तय होगा? उसको लेकर सरकार ने कुछ भी क्लियर नहीं किया है. सरकार के इस रुख से वहां के लोग मायूस हुए हैं.
गणेश गोदियाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि जोशीमठ प्रभावितों को बदरीनाथ की तर्ज पर मुआवजा आवंटित करना चाहिए. सरकार को तत्काल यह कंपनसेशन प्रभावितों को देना चाहिए, ताकि मानसिक दबाव में जी रहे जोशीमठ के लोगों को राहत मिल सके.
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गोदियाल ने कहा भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में व्यापक स्तर पर जांच करने की मांग की है. पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले पर गोदियाल ने कहा जो लोग गिरफ्त में आए हैं, उनके साथ कोचिंग सेंटर के मालिकों की विगत 10 वर्षों से बातचीत होती रही, इससे यह शंका पैदा हो गई है कि पकड़े गए लोगों का इससे पहले हुई परीक्षाओं में क्या रोल था?
गणेश गोदियाल ने कहा पेपरों में उनकी कहां तक पहुंच थी और उन्होंने कितने पेपर किए. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा पीसीएस मेंस की जो परीक्षाएं आयोजित होनी हैं, क्या उसके पेपर भी लीक हुए थे? गणेश गोदियाल ने इसमें व्यापक जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कोचिंग सेंटर के मालिकों के साथ पकड़े गए लोगों की अब तक क्या बातचीत हुई है और पकड़े गए लोगों के राजनीतिक संरक्षक कौन हैं? इन आरोपियों के राजनीतिक संरक्षक भी जेलों के अंदर होने चाहिए.