विकासनगर: शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण केंद्र के विरोध में आज क्षेत्रवासियों ने उत्तराखंड सरकार की शव यात्रा निकाली. शव यात्रा सेलाकुई मुख्य बाजार से शुरू होकर जामबाड़ा कूड़ा निस्तारण केंद्र पर समाप्त हुई. जहां प्रदर्शनकारियों ने सरकार के पुतले को आग के हवाले किया.
शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण केंद्र के विरोध में स्थानीय लोगों में रोष थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में क्षेत्रवासियों ने रविवार को सरकार की शव यात्रा निकाली. इस दौरान लोगों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि त्रिवेंद्र सरकार माफियाओं के इशारे पर कार्य कर रही है. माफिया जो चाह रहा है सरकार वो कर रही है. निस्तारण केंद्र की वजह से 50 लाख लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है. लेकिन शासन-प्रशासन सुध लेने को तैयार नहीं है. यहां का हवा-पानी जहरीला हो गया है. लेकिन सरकार जांच कराने को भी तैयार नहीं है. ये सरकार न तो फर्जी रिपोर्ट लगाने वाले सरकारी विभागों पर मुकदमे दर्ज कर रही है और न ही कूड़ा निस्तारण केंद्र के भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर मुकदमा दर्ज कर रही है.
ग्रामीणों का ये भी आरोप है कि कूड़ा निस्तारण केंद्र में हुए भ्रष्टाचार के कमाई करने में कई सफेदपोश और सरकारी विभाग संलिप्त हैं. जिन्हें मुख्यमंत्री द्वारा बचाने का काम किया जा रहा है. सरकार का जीरो टॉलरेंस महज एक जुमला है. असल में तो प्रदेश में माफिया राज चल रहा है.
ये भी पढ़ें: आयुष्मान योजना के तहत बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने में अव्वल रहा ऋषिकेश एम्स
ग्रामीणों ने कहा कि आगामी सोमवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की जाएगी. अगर सरकार जल्द ही कूड़ा निस्तारण केंद्र को हटाने का काम नहीं करती तो आंदोलनकारी किसी भी हद तक जाने को बाध्य होंगे.