देहरादून: थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के अंतर्गत एक व्यक्ति को दून विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर की नौकरी दिलवाने के नाम पर दो आरोपियों ने लाखों का चूना लगा दिया. इस शख्स से खुद को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में कार्यरत बताकर लाखों रुपए की ठगी कर डाली. व्यक्ति की तहरीर के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
एसोसिएट प्रोफेसर बनने के चक्कर में गंवाए 6 लाख रुपए: अजबपुर कलां निवासी नीरज असवाल ने शिकायत दर्ज कराई कि वह एक प्राइवेट विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर काम कर चुके हैं. पिछले कई सालों से वह एसोसिएट प्रोफेसर की नौकरी की तलाश कर रहे थे. साल 2021 में उनकी मुलाकात अनिल गुनियाल और प्रफुल्ल घनशाला से हुई थी. इन दोनों ने खुद को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का अधिकारी बताया. आरोप है कि दोनों ने कहा था कि दून विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के लिए आवेदन करेंगे तो वह दोनों उनकी नौकरी लगवा सकते हैं.
ठगों ने मांगे थे 12 लाख रुपए: नीरज का कहना है कि इसके लिए दोनों ने 12 लाख रुपए रुपए मांगे थे. नीरज ने दोनों की बातों पर विश्वास करते हुए पांच लाख रुपए नकद दे दिए. एक लाख रुपए दोनों के खातों में जमा कराए गए. इसके बाद नीरज इंटरव्यू देने के लिए दून विश्वविद्यालय में गए. लेकिन दून विश्वविद्यालय में नीरज का चयन नहीं हुआ. चयन नहीं होने के बाद नीरज ने दोनों से नौकरी के लिए कहा तो उन्होंने आश्वासन दिया की नौकरी लग जाएगी.
6 लाख रुपए लेकर ठगों ने फोन कर दिए बंद: इसके बाद दोनों आरोपियों ने फोन उठाने बंद कर दिए. नीरज को शक होने के बाद जब दोनों आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई, तो पता चला कि दोनों आरोपियों का शिक्षा मंत्रालय से कोई संबंध नहीं है और दोनों ठग हैं. दोनों आरोपियों द्वारा कई युवाओं के साथ भी इस तरह की ठगी की गई है.
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पुलिस क्या कहती है: थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर अनिल गुनियाल और प्रफुल्ल घनशाला के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.