देहरादून: कुमाऊं विश्वविद्यालय की पूर्व मेधावी छात्रा हंसी प्रहरी से आज पूरा देश वाकिफ है. एक हफ्ते पहले तक हरिद्वार की सड़कों पर अपने बेटे के साथ भिक्षा मांग रही हंसी की मदद के लिये सरकार खुद चलकर उनके पास पहुंची है. इसी बीच कुछ ऐसी खबरें निकलकर सामने आ रही हैं कि कुछ लोग हंसी की आर्थिक स्थिति का फायदा उठाने के लिए सोशल मीडिया पर फेक खबरें फैला रहे हैं.
सोशल मीडिया पर ऐसे कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं, जिसमें हंसी का अकाउंट नंबर दिया जा रहा है और यह अपील की जा रही है कि आप हंसी को आर्थिक सहायता दे सकते हैं. अमूमन ऐसे मामलों में देखने में सामने आया है कि आपदा या महामारी के दौरान कई सोशल मीडिया पर अपराधिक किस्म के लोग भी सक्रिय हो जाते हैं. अब हरिद्वार पुलिस ऐसे लोगों पर नजर रख रही है जो हंसी के मामले में फेक अकाउंट नंबर सोशल मीडिया पर जारी कर रहे हैं.
हरिद्वार पुलिस लोगों से यह अपील कर रही है कि ऐसे किसी भी अकाउंट नंबर पर पैसे ट्रांसफर न करें, क्योंकि हो सकता है कि कोई हंसी के नाम पर कोई अपनी जेब भर ले. ऐसे तमाम मामलों पर हरिद्वार पुलिस नजर रख रही है.
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ईटीवी भारत भी सभी अपने पाठकों से अपील करता है कि हंसी के द्वारा कोई भी अकाउंट नंबर पोस्ट नहीं किया गया है और न ही वह चाहती है कि कोई उसे किसी तरह की आर्थिक सहायता प्रदान करे. लिहाजा अगर आप ऐसा कुछ कर रहे हैं तो सबसे पहले पीड़ित या पुलिस से जरूर बात कर लें.