देहरादून: थाना डालनवाला पुलिस ने चेकिंग के दौरान प्रतिबंधित काजल की अवैध लकड़ी के साथ चार आरोपियों को स्कॉर्पियो कार के साथ ग्रेट वेल्यू चौक के पास गिरफ्तार किया है. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया. बताया जा रहा है कि इस लड़की से बाउल बनाए जाते हैं, जिसकी बौद्ध धर्म में काफी मान्यता होने के कारण चाइना व अंतरराष्ट्रीय मार्केट में काफी डिमांड है.
थाना डालनवाला क्षेत्र अंतर्गत ग्रेट वैल्यू पिकेट पर पुलिस द्वारा बैरियर लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही थी. उसी दौरान एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो कार राजपुर की तरफ से आती दिखाई दी, जिसे बैरियर पर रोक कर चेक किया गया तो गाड़ी से 4 बोरियों व दो बैग लकड़ी के गुटके से भरे मिले. पूछताछ में गाड़ी में सवार चार व्यक्तियों, जिनमें दो नेपाली मूल के थे.जानकारी में पता चला कि लकड़ी दुर्लभ प्रजाति काजल की है.
मौके पर लकड़ी पहचान करने के लिए वन विभाग से डिप्टी रेंजर केके भट्ट और बीट अधिकारी राजबीर सिंह चौहान मालसी रेंज देहरादून को बुलाया गया. जिनके द्वारा लकड़ी काजल की होना बताया और लकड़ी दुर्लभ प्रजाति व काफी महंगी होनी बताया. पुलिस द्वारा चार आरोपी नरेश, शाहनवाज, अमृत और कारण के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर गिरफ्तार किया गया.
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थाना डालनवाला प्रभारी मणि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि इस लकड़ी के बारे में जानकारी करने पर पता चला कि इस लकड़ी से बाउल बनाए जाते हैं, जिसकी बौद्ध धर्म में काफी मान्यता होने के कारण चाइना व अंतरराष्ट्रीय मार्केट में काफी डिमांड है. बरामद लकड़ी की कीमत करीब 70 हज़ार रुपए तक बताई गई है व इससे तैयार किए गए बाउल की कीमत अंतरराष्ट्रीय मार्केट में लाखों रुपए की बताई जा रही है. आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेजा गया.