टिहरी गढ़वाल: जनपद के राइंका नौल बासर में एक दर्जन छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई. सुबह प्रार्थना के बाद छात्राएं चीखने चिल्लाने लगी. जिसके कारण विद्यालय में अफरा तफरी मच गई. इस दौरान अन्य छात्राएं भी डर गई.
आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम को घटना की जानकारी दी गई. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्कूल में पहुंचकर छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया. साथ ही जरूरी दवाईयां भी दी. एमओ डॉ हुकम सिंह गुनसोला ने बताया सिर्फ चार छात्राएं ही सामने आई है जिनका स्वास्थ्य खराब हुआ था. इसके अलावा अन्य छात्र छात्राओं का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा छात्राओं की काउंसिलिंग भी की गई है.
बता दें इस तरह की घटनाएं प्रदेश के अलग अलग जिलों से आती रहती हैं. उन घटनाओं को लेकर लोगों की अपनी अपनी राय है. वहीं, बात अगर साइंस की करें तो उस लिहाज से इसे मास हिस्टीरिया कहा जाता है. इस कंडीशन उन महिलाओं में आती है जो कम पढ़ी लिखी हो, या फिर अपने मन में किसी बात को दबाये हो. अक्सर ऐसी घटनाओं को डॉक्टर्स मास हिस्टीरिया ही कहते हैं.
मास हिस्टीरिया के लक्षणों की अगर बात करें तो इसमें पेट दर्द, बालों को नोंचना, चीखना चिल्लान, चिल्लाते हुए भागना दौड़ना, अनरेस्ट, बेहोश होकर अकड़ जाना, उदासी, भूख लगना, कम नींद आन, ये सभी इसके लक्षण हैं.
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