देहरादून: धूलकोट इलाके में नेशनल हाईवे पर दिनदहाड़े दूध व्यापारी अंकित रावत से हुई लूटपाट के मामले का प्रेमनगर पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में दो बाइक सवार बदमाश सहित चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों से घटना में प्रयुक्त 32 बोर की पिस्टल, जिंदा कारतूस, मोटरसाइकिल और एक लग्जरी कार बरामद हुई है.
देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि गिरफ्तार हुए मुख्य अभियुक्तों में मनजीत उर्फ जाट और रोहित का लंबा-चौड़ा आपराधिक इतिहास है. जबकि इस योजना में गिरफ्तार हुआ एक आरोपी विकासनगर का डेरी संचालक देवदत्त है. वहीं चौथा आरोपी मोहित कुमार भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में नौकरी करने वाला कर्मचारी बताया जा रहा है.
डेयरी संचालक ने ही बनाई लूट की योजना
मुख्य आरोपी मनजीत और रोहित ने पूछताछ में बताया कि उन्हें इस काम के लिए विकासनगर स्थित देवदत्त नाम के डेयरी व्यापारी ने ही दूध कारोबारी अंकित रावत को लूटने की योजना बताई थी. दिवाली के मौके पर अंकित रावत विकासनगर से दूध का लाखों रुपये का कलेक्शन लेकर घर जा रहा था, इस बात की सूचना देवदत्त ने ही अपने दो साथी रोहित और मनजीत को दी, जिसके बाद लूट की घटना को अंजाम देने का प्रयास किया गया. हालांकि, घटना के वक्त सड़क पर एकाएक भीड़ हो जाने के बाद दोनों बदमाश अपनी साजिश में कामयाब नहीं हो पाए.
बदमाशों को पनाह देने वाला निकला आईएमए का शेफ
उधर, हथियारबंद बाइक सवार बदमाश रोहित और मंजीत को पनाह देने का काम मोहित कुमार ने किया. हैरान करने वाला विषय यह कि पनाह देने वाला मोहित कुमार भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) के मेस में बकायदा शेफ के पद पर कार्यरत है. वहीं आईएमए जैसे राष्ट्रीय सैन्य संस्थान में शेफ की नौकरी करने वाला शख्स किस तरह से बदमाशों का सहायक बना, इस बात की पुलिस जांच कर रही है.
क्या था मामला ?
बता दें, मंगलवार दोपहर अंकित रावत नाम का दूध व्यापारी विकासनगर से दीपवाली के मौके पर दूध का लाखों रुपए का कलेक्शन लेकर देहरादून की तरफ आ रहा था, तभी थाना प्रेम नगर क्षेत्र में धूलकोट नेशनल हाईवे जंगल के पास दो बाइक सवार हथियार बंद बदमाशों ने लूट का प्रयास करते हुए दूध व्यापारी अंकित पर दो गोलियां दाग दीं. गनीमत रही कि इस हमले में अंकित को गोली हाथ और पैर में लगी. जिसमें वह बाल-बाल बच गया. जिसके बाद घटनास्थल पर हाथापाई और गोली की आवाज से भारी भीड़ जमा होने के चलते बदमाश लूट की वारदात को अंजाम नहीं दे सके.