ऋषिकेश: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और लॉकेट चटर्जी परमार्थ निकेतन पहुंचीं. परमार्थ गुरुकुल के आचार्यों और ऋषि कुमारों ने दोनों का अभिनंदन किया. इस दौरान वसुंधरा राजे और लॉकेट चटर्जी ने स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात की और परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में शामिल हुईं.
स्वामी चिदानंद ने वसुंधरा राजे सिंधिया और लॉकेट चटर्जी को रुद्राक्ष का पौधा भेंट कर उनका अभिनंदन किया. वहीं, इस दौरान ऋषिकेश महापौर अनीता ममगाईं भी वहां पहुंचे और दोनों लोगों का अभिनंदन किया.
स्वामी चिदानंद ने वसुंधरा राजे और लॉकेट चटर्जी से चर्चा में बताया कि परमार्थ निकेतन लैंगिक समानता और लिंग आधारित हिंसा पर व्यापक स्तर पर कार्य कर रहा है. ताकि समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त किया जा सके.
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स्वामी चिदानंद ने कहा राजस्थान महान योद्धाओं, अद्भुत शौर्य और साहस की भूमि है. राजस्थान की माटी ने महाराणा प्रताप जैसे वीरों को जन्म दिया हैं. भारतीय इतिहास के पृष्ठ महाराणा प्रताप की बहादुरी और वीरता से पूर्ण है. वीरता राजस्थान की माटी के कण-कण में समाहित है.
वसुंधरा राजे ने परमार्थ निकेतन द्वारा संचालित पर्यावरण और नदियों के संरक्षण, समाज में कुरीतियों के निवारण, भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार और गंगा के प्रति जागरूकता के लिए गंगा आरती के विषय में जानकारी ली. राजे ने कहा स्वामी चिदानंद के नेतृत्व में आध्यात्मिक गतिविधियों के साथ संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए संचालित कार्यक्रम वास्तव में अनुकरणीय है. लॉकेट चटर्जी ने कहा परमार्थ निकेतन अत्यंत शान्ति और आनंद प्रदान करने वाला स्थान है.