देहरादूनः देवभूमि की बेटी और पूर्व मिस एशिया पेसेफिक वर्ल्ड 2014 रह चुकीं अनुकृति गुसाईं को अब तक आपने रैम्प वॉक और टीवी शोज में जरूर देखा होगा, लेकिन बीते कुछ सालों से अनुकृति बतौर समाजसेवा कर आर्थिक रूप से कमजोर तबके की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी हुईं हैं.
गौरतलब है कि मॉडल अनुकृति गुसाईं बीते कई सालों से महिला कल्याण एवं बाल उत्थान संस्था का संचालन कर रहीं हैं, जो महिलाओं को कौशल विकास से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य करती हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में मॉडल अनुकृति गुसाईं ने अपने मॉडल से समाजसेवी बनने तक के सफर से जुड़ी कई बातें साझा की. बतौर अनुकृति मॉडलिंग की दुनिया में विश्व भर में भारत का नाम रोशन करने के बाद से ही वह समाज से जुड़कर महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य करने की इच्छा रखती थीं, जिसमें उन्हें मायके और ससुराल पक्ष से पूरा सहयोग दिया और उन्होंने महिला कल्याण एवं बाल उत्थान संस्था की शुरुआत की .
गौरतलब है कि अनुकृति सिर्फ उत्तराखंड की बेटी ही नहीं बल्कि उत्तराखंड के तेज तर्रार नेता और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बहू भी हैं.
अपनी संस्था महिला कल्याण एवं बाल उत्थान के बारे में जानकारी देते हुए अनुकृति ने बताया कि शुरुआती दौर में महिलाओं को उनके घरों से बाहर लाने में कुछ दिक्कत आई, लेकिन फिर उन्होंने जगह-जगह कौशल विकास के प्रशिक्षण केंद्र शुरू कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना शुरू किया.
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वर्तमान में लगभग 4000 से ज्यादा महिलाएं उनके संस्थान के साथ जुड़कर अपने परिवारों को आर्थिक सहयोग दे रही हैं. उनकी संस्था से जुड़ी महिलाएं वर्तमान में कपड़े सिलाई से लेकर अचार बनाने और कई सजावटी सामानों को तैयार करने के कार्य में जुटी हुईं हैं. जिसके माध्यम से ये महिलाएं आज न सिर्फ आत्मनिर्भर बन चुकी हैं, बल्कि अपने परिवारों की आर्थिक तंगी को दूर करने में भी अपना सहयोग दे रहीं हैं .