देहरादून: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद प्रदेश सरकार ने वहां से आने वाले और दिल्ली की ओर जाने वालों की निगरानी बढ़ाने का फैसला किया है. इसके लिए प्रदेश सरकार ने राज्य की सीमाओं पर रैपिड एंटीजन टेस्ट शुरू कर दिए हैं. वहीं, दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने दिल्ली की तुलना चीन से कर डाली है. कांग्रेस ने इस मामले को लेकर त्रिवेंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं.
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ का कहना है कि कोरोना संक्रमण को रोकने में सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है. स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा खुद सीएम त्रिवेंद्र रावत के पास है, ऐसे में कोरोना को रोकने के लिए जहां 24 घंटे समीक्षा की आवश्यकता है, तो वहीं मुख्यमंत्री इसके लिए समय नहीं दे पा रहे हैं.
बेहड़ ने कहा कि सरकार कह रही है कि कोरोना से सावधान रहते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखिए. प्रदेश सरकार दिल्ली से आ रहे लोगों की कोरोना जांच भी कर रही है, ऐसे में कांग्रेस का भी मानना है कि कोई कहीं से भी उत्तराखंड की ओर आ रहा है तो उसकी जांच होनी चाहिए. लेकिन सरकार के पास साधन उपलब्ध ही नहीं है. अस्पतालों में बेड, आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन जैसी व्यवस्थाओं का अभाव बना हुआ है. ऐसे में सरकार की सारी प्लानिंग फेल साबित हुई है.
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पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ अपना उदारहण देते हुये कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार कितनी संजीदा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब वो स्वयं कोरोना संक्रमित हुए थे, तो उन्हें अपना इलाज कराने के लिए दिल्ली का रुख करना पड़ा. इससे पता चलता है कि सरकार के पास प्रदेश में कोरोना को रोकने के लिए साधन ही उपलब्ध नहीं हैं.
तिलक राज ने सीएम त्रिवेंद्र रावत के उस बयान को भी शर्मनाक बताया जिसमें सीएम त्रिवेंद्र रावत ने दिल्ली की तुलना चीन से की है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की सारी प्रशासनिक पावर केंद्र सरकार के पास है, और बीजेपी अपनी ही सरकार की बदनामी करते हुए अपनी सरकार की तुलना चीन से कर रही है. भाजपा सरकार को दिल्ली की चिंता छोड़कर अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त करनी चाहिए.