देहरादूनः पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के मामलों को लेकर सरकार को लगातार घेरते आ रहे हैं. अब हरदा ने सरकार की ओर से किए जा रहे इंतजामात और तैयारियों को परखने के लिए गांव-गांव जाने का निर्णय लिया है. जहां वे कोरोना संक्रमण से बचाव की व्यवस्था और तीसरी लहर की रोकथाम की तैयारियों का जायजा लेंगे.
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत गांवों में जाकर सरकार की तैयारियों को परखेंगे. हरीश रावत के मुताबिक, ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना की स्थितियों और मरीजों के इलाज की व्यवस्थाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. जबकि, कई मरीज दम तोड़ रहे हैं.
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उन्होंने धारचूला का जिक्र भी करते हुए कहा कि धारचूला के सीमांत क्षेत्रों में भी संक्रमित मिल रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर सरकारी दावे कुछ और ही तस्वीर पेश कर रहे हैं. इसलिए वो खुद गांव में जाकर स्थिति को देखना चाहते हैं.
वहीं, हरीश रावत जून के पहले और दूसरे हफ्ते में कुछ गांव में जाकर स्थिति को देखेंगे और ग्रामीण से बातचीत कर वर्तमान स्थिति की गंभीरता का आकलन करेंगे. हरीश रावत का कहना है कि वो देहरादून के जॉलीग्रांट, रेशम माजरी समेत अन्य गांवों का भी भ्रमण करेंगे. उसके बाद पर्वतीय अंचल के कुछ गांवों में जाकर स्थिति का आकलन करेंगे.
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पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना है कि प्रश्न केवल दूसरी लहर की रोकथाम का नहीं है, बल्कि आने वाले संभावित संक्रमण को रोकने का भी है. ऐसे में सरकार क्या तैयारियां कर रही है? उन तैयारी को देखना और परखना भी आवश्यक है.