देहरादून: उत्तराखंड में वन्य जीव सप्ताह के अंतिम दिन राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने 16 अधिकारियों और वनकर्मियों को सम्मानित किया. इस दौरान सप्ताह भर विभिन्न आयोजनों के माध्यम से ग्रामीण और स्कूली बच्चों को वन्यजीवों के महत्व और उनकी गतिविधियों की जानकारियां दी गई.
उत्तराखंड में वन्यजीवों के साथ इंसानों के बेहतर तालमेल को लेकर वन विभाग की तरफ से लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाए जाते रहे हैं. खासतौर पर वन्य जीव सप्ताह के दौरान एक हफ्ते तक लोगों को विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए वन्यजीवों से जोड़ने की भी कोशिश की जाती है. वन्यजीव सप्ताह के समापन के मौके पर राजभवन में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान राज्यपाल ने वन विभाग के कार्यों की सराहना की और मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए आम लोगों की भूमिका को काफी अहम बताया. राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने विभाग में बेहतर काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया.
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इस दौरान 16 अधिकारी और कर्मचारी सम्मानित किए गए. इसमें राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक साकेत बडोला, डीएफओ केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग इंद्रजीत नेगी, सहायक वन संरक्षक रविंद्र पुंडीर, उपवन क्षेत्र अधिकारी प्रमोद ध्यानी और प्रभारी सहायक वन संरक्षक आरती मैठाणी समेत कुल 16 वनकर्मियों को राज्यपाल ने सम्मानित किया. कार्यक्रम के बाद विभागीय मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि वन विभाग लगातार कोशिश करता रहा है कि वन्य जीव से इंसानों के संघर्ष को रोका जाए और इसके लिए तमाम फैसले भी लिए गए हैं.कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की फिल्म का भी अनावरण किया. इसके अलावा विभाग के मानव गुलदार संघर्ष न्यूनीकरण से संबंधित प्रकाशन ऑन का भी विमोचन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में कृषि मंत्री गणेश जोशी भी मौजूद रहे जिन्होंने वन विभाग के साथ कृषि और उद्यान विभाग द्वारा मिलकर वन्यजीवों से किसानों को हो रही समस्याओं को लेकर भी मिलकर काम करने की बात कही.