ETV Bharat / state

उत्तराखंड के युवाओं के लिए खुशखबरीः वन महकमे में 1218 पदों पर जल्द होगी भर्ती

बता दें कि प्रदेश में जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है. लेकिन मानसून से पहले ही पहाड़ी क्षेत्रों में कई हेक्टेयर जंगल वनाग्नि की चपेट में आ चुके हैं. इसका एक बड़ा कारण वन महकमे में मानव संसाधन की कमी भी है. मुख्य वन संरक्षक, कार्मिक प्रशासन मनोज चंद्रन ने बताया कि प्रदेशभर में कुल 3650 फॉरेस्ट गार्डों के पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 2099 पद ही भरे हुए हैं. जबकि, 1551 पद अभी रिक्त है.

वन महकमे में 1218 पदों पर जल्द होगी भर्ती
author img

By

Published : Jun 2, 2019, 7:53 PM IST

Updated : Jun 2, 2019, 8:29 PM IST

देहरादून: देवभूमि में गर्मियों का मौसम शुरू होते ही जंगलों में आग लगने की घटना आम हो गई है. हर साल गर्मियों के सीजन में वनाग्नि के चलते सूबे में हजारों हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो जाते है. इससे न सिर्फ वन संपदा का नुकसान होता है बल्कि जंगलों में रहने वाले जीव-जन्तुओं के अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगता है. बावजूद इसके वन महकमा बस मूकदर्शक बना हुआ है. हालांकि, प्रदेश में मानसून आने में कुछ ही दिन बचे हैं लेकिन, गर्मियों के सीजन शुरू होने से अभी तक वन विभाग, फॉरेस्ट गार्डों की नियुक्ति तक नहीं कर पाया है. मौजूदा समय में वन विभाग में करीब 1551 फारेस्ट गार्डों के पद खाली है.

वन महकमे में 1218 पदों पर जल्द होगी भर्ती.
बता दें कि प्रदेश में जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है. लेकिन मानसून से पहले ही पहाड़ी क्षेत्रों में कई हेक्टेयर जंगल वनाग्नि की चपेट में आ चुके हैं. इसका एक बड़ा कारण वन महकमे में मानव संसाधन की कमी भी है. मुख्य वन संरक्षक, कार्मिक प्रशासन मनोज चंद्रन ने बताया कि प्रदेशभर में कुल 3650 फॉरेस्ट गार्डों के पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 2099 पद ही भरे हुए हैं. जबकि, 1551 पद अभी रिक्त है. इस रिक्त पदों को भरने के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को ज्ञापन भेज जा चुका है. जिसमें 1218 पदों पर फॉरेस्ट गार्डों की भर्ती की जाएगी. लेकिन यह भर्ती मामला न्यायालय में विचाराधीन होने के चलते इन रिक्त पदों को नहीं भरा जा सका है. न्यायालय से कोई निर्णय आने के बाद ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

नियमितीकरण का मामला है न्यायालय में लंबित
मुख्य वन संरक्षक, कार्मिक प्रशासन मनोज चंद्रन ने बताया कि न्यायालय ने नियमितीकरण का मामला विचाराधीन है. पुराने कुछ डेली वेजेज वाले कुछ कर्मचारी अपनी नियमितीकरण को लेकर न्यायालय के समक्ष चले गए थे और कहा कि था जबतक डेली वेजेस कर्मचारियों का नियमितीकरण विभाग में नहीं होता तबतक विभाग में फारेस्ट गार्ड की नई भर्ती न की जाए. साथ ही उन्होंने कि उन डेली वेजेस कर्मचारियों के लिए भी 300 पद रखे गए हैं. इसमें जो योग्य होगा उन्हें ही महकमे में भर्ती किया जाएगा. वहीं, वन महकमे द्वारा खुली भर्ती के लिए न्यायालय से अनुरोध किया गया है कि विभाग के पास पर्याप्त पद रिक्त है, जिस वजह से खुली भर्ती पर रोक न लगाया जाए.

देहरादून: देवभूमि में गर्मियों का मौसम शुरू होते ही जंगलों में आग लगने की घटना आम हो गई है. हर साल गर्मियों के सीजन में वनाग्नि के चलते सूबे में हजारों हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो जाते है. इससे न सिर्फ वन संपदा का नुकसान होता है बल्कि जंगलों में रहने वाले जीव-जन्तुओं के अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगता है. बावजूद इसके वन महकमा बस मूकदर्शक बना हुआ है. हालांकि, प्रदेश में मानसून आने में कुछ ही दिन बचे हैं लेकिन, गर्मियों के सीजन शुरू होने से अभी तक वन विभाग, फॉरेस्ट गार्डों की नियुक्ति तक नहीं कर पाया है. मौजूदा समय में वन विभाग में करीब 1551 फारेस्ट गार्डों के पद खाली है.

वन महकमे में 1218 पदों पर जल्द होगी भर्ती.
बता दें कि प्रदेश में जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है. लेकिन मानसून से पहले ही पहाड़ी क्षेत्रों में कई हेक्टेयर जंगल वनाग्नि की चपेट में आ चुके हैं. इसका एक बड़ा कारण वन महकमे में मानव संसाधन की कमी भी है. मुख्य वन संरक्षक, कार्मिक प्रशासन मनोज चंद्रन ने बताया कि प्रदेशभर में कुल 3650 फॉरेस्ट गार्डों के पद स्वीकृत हैं. जिसमें से 2099 पद ही भरे हुए हैं. जबकि, 1551 पद अभी रिक्त है. इस रिक्त पदों को भरने के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को ज्ञापन भेज जा चुका है. जिसमें 1218 पदों पर फॉरेस्ट गार्डों की भर्ती की जाएगी. लेकिन यह भर्ती मामला न्यायालय में विचाराधीन होने के चलते इन रिक्त पदों को नहीं भरा जा सका है. न्यायालय से कोई निर्णय आने के बाद ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

नियमितीकरण का मामला है न्यायालय में लंबित
मुख्य वन संरक्षक, कार्मिक प्रशासन मनोज चंद्रन ने बताया कि न्यायालय ने नियमितीकरण का मामला विचाराधीन है. पुराने कुछ डेली वेजेज वाले कुछ कर्मचारी अपनी नियमितीकरण को लेकर न्यायालय के समक्ष चले गए थे और कहा कि था जबतक डेली वेजेस कर्मचारियों का नियमितीकरण विभाग में नहीं होता तबतक विभाग में फारेस्ट गार्ड की नई भर्ती न की जाए. साथ ही उन्होंने कि उन डेली वेजेस कर्मचारियों के लिए भी 300 पद रखे गए हैं. इसमें जो योग्य होगा उन्हें ही महकमे में भर्ती किया जाएगा. वहीं, वन महकमे द्वारा खुली भर्ती के लिए न्यायालय से अनुरोध किया गया है कि विभाग के पास पर्याप्त पद रिक्त है, जिस वजह से खुली भर्ती पर रोक न लगाया जाए.

Intro:गर्मियों का मौसम शुरू होते ही जंगलों में आग लगने की घटना आम हो गयी है। हर साल गर्मियों के सीजन में हजारों हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो जाते है। इससे न सिर्फ वन संपदा का नुकसान होता है बल्कि जंगलों में रहने वाले जीव-जन्तु और वह के स्थानीय निवशियो को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बावजूद इसके वन विभाग बस मुखदर्शक बना हुआ है। हालांकि अब मानसून आने में कुछ ही दिन बचे लेकिन गर्मियों के सीजन शुरू होने से अभी तक वन विभाग, फारेस्ट गार्डो की पर्याप्त मात्रा में भर्ती नही कर पाया। वन विभाग की मौजूदा हालात ये है कि करीब 1551 फारेस्ट गार्डो के पद खाली है। 


Body:जल्द ही मानसून का सीजन आने वाला है, लेकिन मानसून सीजन शुरू होने से पहले ही पहाड़ी छेत्रो के कई हेक्टेयर जंगल जलकर खाख हो चुके है। लिहाजा अब जंगलों में भारी मात्रा में फारेस्ट गार्डो की कमी थी तब फॉरेस्ट गार्डो की भर्ती नही की गई। वर्तमान समय मे भी उत्तराखंड राज्य के जंगल बहुत तेजी धधक रहे है। 15 फरवरी से गर्मियों का सीजन शुरू होने के बाद से अभी तक हजारों हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुके है। जिसमे कही न कही फारेस्ट गार्डो की कमी की वजह से ही तत्काल प्रभाव से जंगलों में लग रही आग को नही रोका जा सका। 

मुख्य वन संरक्षक, कार्मिक प्रशासन मनोज चंद्रन ने बताया कि प्रदेशभर में कुल 3650 फॉरेस्ट गार्डो के पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 2099 फॉरेस्ट गार्ड भरे हुए बाकी 1551 पद खाली है। खाली पड़े पदों को भरने के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को ज्ञाचन भेज जा चुका है। जिसमे 1218 पदों पर फारेस्ट गार्डो की भर्ती की जाएगी। साथ ही बताया कि भर्ती का मामला न्यायालय में विचाराधीन होने के चलते रिक्त पदों को नही भरा जा सका है। और जल्द ही न्यायालय से निर्णय आने की संभावना है उसके बाद रिक्त पदों को भर लिया जाएगा। 


नियमितीकरण का मामला है न्यायालय में लंबित......

मुख्य वन संरक्षक, कार्मिक प्रशासन मनोज चंद्रन ने बताया कि न्यायालय ने नियमितीकरण का मामला विचाराधीन है। पुराने कुछ डेली वेजेस वाले कुछ कर्मचारी अपनी नियमितीकरण को लेकर न्यायालय के समक्ष चले गए थे। और न्यायालय में केस किया कि जब तक डेली वेजेस कर्मचारियों का नियमितीकरण न किया जाए तब तक फारेस्ट गार्ड के कर्मचारियों की नई भर्ती न हो। साथ ही बताया कि उन डेली वेजेस कर्मचारियों के लिए भी 300 पद रखे गए है। इसमें जो योग्य होगा उसकी भर्ती की जाएगी। साथ ही खुली भर्ती के लिए न्यायालय से अनुरोध किया गया है कि विभाग के पास पर्याप्त पद रिक्त है जिस वजह से खुली भर्ती पर रोक न लगाया जाए। 



Conclusion:
Last Updated : Jun 2, 2019, 8:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.