देहरादूनः पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कभी-कभी दिखाई देने वाले स्नो लेपर्ड के संरक्षण की कवायद तेज हो गई है. वन विभाग के मुताबिक, अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही स्नो लेपर्ड के लिए कंजर्वेशन सेंटर खोला जायेगा, ताकि अन्य दूसरे वन्य जीवों की तरह ही स्नो लेपर्ड की वास्तविक स्थिति का खाका तैयार किया जा सके.
प्रमुख वन संरक्षक जयराज के अनुसार स्नो लेपर्ड उत्तराखंड में एक बहुत जरूरी स्पीसीज है. जो प्रदेश के हाई एल्टीट्यूड पर पाया जाता है. उनका कहना है कि हाथियों और बाघ की तो बात की जाती है. लेकिन स्नो लेपर्ड की बात नहीं होती. लिहाजा वन विभाग ने स्नो लेपर्ड पर फोकस करते हुए एक सिक्योर हिमालय प्रोजेक्ट को लाने की तैयारी की है.
पढ़ेंः त्रिवेंद्र कैबिनेटः प्राविधिक सेवाओं में भर्ती के लिए आयु सीमा बढ़ी, जानिए अन्य फैसले
जयराज ने बताया कि इसके माध्यम से स्नो लेपर्ड पर काम किया जाएगा. जिससे न सिर्फ स्नो लेपर्ड से जुड़ी तमाम जानकारियां मिल पाएंगी. बल्कि प्रदेश के हाई एल्टीट्यूड के एरिया में भी इंप्रूवमेंट आएगा. इसके साथ ही अन्य स्पीसीज को भी इसका फायदा मिलेगा. यही नहीं इस प्रोजेक्ट में कम्युनिटीज को भी शामिल किया जाएगा.
पढ़ेंः 12 सूत्री मांगों को लेकर बैंक कर्मियों ने किया देशव्यापी हड़ताल का ऐलान
सिक्योर हिमालय प्रोजेक्ट के तहत उत्तरकाशी के लंका में स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर बनाया जाएगा. जिसके इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर कवायद तेज हो गई है. प्रमुख वन संरक्षक ने बताया कि स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर बन जाने से प्रॉपर तरीके से स्नो लेपर्ड की गणना और रिसर्च की जाएगी. इसके साथ ही स्नो लेपर्ड के हैबिटेट को देखा जाएगा ताकि स्नो लेपर्ड से संबंधित जानकारियां हासिल की जा सके.