मसूरीः शहर में वन विभाग की लापरवाही के कारण मसूरी के आसपास के जंगलों में भू माफिया और ठेकेदार दिनदहाड़े मलबा डाल रहे हैं. जिससे बेशकीमती वन संपदा और पेड़ों को भारी नुकसान पहुंच रहा है. बता दें कि मसूरी के टिहरी बस स्टैंड कम्युनिटी हॉस्पिटल के पास के जंगलों में लगातार मलबा डाला जा रहा है, लेकिन वन विभाग के अधिकारी इस पूरे मामले से अनजान हैं.
वहीं अस्पताल के पास में ही पहाड़ी को काटकर प्लॉटिंग की जा रही है. इसका भी संज्ञान वन विभाग के अधिकारियों को नहीं है, जबकि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा है कि विभाग के कर्मचारियों द्वारा समय-समय पर जंगलों और आसपास के क्षेत्रों में गश्त की जाती है. दूसरी ओर भ्रष्टाचार में लिप्त वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं हैं.
इस संबंध में मसूरी वन विभाग के डीएफओ कहकशा नसीम से शिकायत करने पर उनके द्वारा तत्काल कार्रवाई की गई और क्षेत्रीय वन दरोगा को वन विभाग की टीम के साथ मौके पर भेजा गया, जिसके बाद जंगलों में खुदाई कर रहे मजदूरों से सामान को जप्त किया गया व मजदूरों को जंगल से हटाया गया.
सवाल उठता है कि जब काफी समय से जंगलों में खुदाई और मालबा डाला जा रहा है तो वन विभाग के अधिकारी कहां थे, वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि मसूरी कैंट में चल रहे अवैध निर्माण कार्य से निकलने वाले मलबे को ठेकेदार द्वारा काफी समय से अस्पताल के पास के जंगलों में दिनदहाड़े डाला जा रहा है.
जिसकी शिकायत उनके द्वारा वन विभाग और स्थानीय प्रशासन से की गई, लेकिन इस संबंध में किसी के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई.
अवैध कटाई भी जारी
आज पूरा जंगल मलबे से पट गया है और इसका नतीजा आने वाले बरसात में देखने को मिलेगा. जब सारा मलबा बहकर जंगल के नीचे टिहरी बाई पास रोड पर जमा होगा. इससे मार्ग बंद होने की भी आशंका है. वहीं बेशकीमती बुरांस के पेड़ों और वन संपदा को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है, लेकिन वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
दूसरी ओर जंगल के एक छोर पर अवैध कटाई करके ठेकेदार द्वारा प्लॉटिंग की जा रही है और मलबे से निकलने वाले पत्थर को प्लॉटिंग में इस्तेमाल में लाया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने सरकार और वन विभाग के उच्च अधिकारियों से इस संबंध में ठोस कार्रवाई करने की मांग की है, जिससे वन संपदा के साथ हरे-भरे पेड़ों को बचाया जा सके. मसूरी वन विभाग के दरोगा गजेंद्र दत्त गौड़ ने बताया कि विभाग द्वारा समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाया जाता है. जंगल में मलवा डालने वाले ठेकेदार के खिलाफ विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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डीएफओ कहकशा नसीम ने टेलीफोन पर बताया कि उनको मीडिया द्वारा टिहरी बस स्टैंड के पास डाले जा रहे मलबे की सूचना दी गई, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है. पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर वन विभाग के अधिकारी या कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.