ETV Bharat / state

ऋषिकेश में पहली बार एक महिला ने दिया चार बच्चों को जन्म, जच्चा-बच्चा सभी स्वस्थ - ऋषिकेश हिंदी समाचार

ऋषिकेश एम्स में इस तरह का मामला पहली बार आया है, जहां एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है. वहीं डॉक्टरों ने बताया कि महिला और उसके बच्चे स्वस्थ हैं.

rishikesh
महिला ने दिया चार बच्चों को जन्म
author img

By

Published : Feb 8, 2020, 9:57 PM IST

Updated : Feb 9, 2020, 9:02 AM IST

ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में एक महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है. फिलहाल डॉक्टरों ने महिला और चारों बच्चों को पूरी तरह से स्वस्थ बताया है. बताया जा रहा है कि चारों बच्चों को जन्म देनें वाली महिला उत्तरकाशी के बड़कोट की रहने वाली है. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि अमूमन इस तरह के मामले बहुत कम ही देखने को मिलते हैं जिसमे जच्चा और बच्चा सभी सुरक्षित हों.

महिला ने दिया चार बच्चों को जन्म

दरअसल एम्स ऋषिकेश में इस तरह का मामला पहली बार आया है. जहां एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है. वहीं, महिला के घर पर खुशी का माहौल है. जानकारी के मुताबिक महिला को उत्तरकाशी जिला अस्पताल से दून अस्पताल में रेफर किया गया था, तभी हाई रिस्क केस होने की वजह से महिला को बीते रविवार को दून अस्पताल से एम्स ऋषिकेश में रेफर किया गया. जहां अल्ट्रासाउंड के जरिए पता चला कि महिला के पेट में चार बच्चे हैं.

ये भी पढ़ें: देहरादून: पहाड़ों में पहुंचना हुआ आसान, CM त्रिवेंद्र ने किया हेली सेवा का शुभारंभ

वहीं, चिकित्सकों ने बताया कि महिला और उसके सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. सभी बच्चों का वजन लगभग 1.6 किलोग्ग्राम, 1.5 किलोग्ग्राम, 1.35 किलोग्ग्राम, और 1.1 किलोग्राम है. डॉक्टरों ने बताया कि सबसे खास बात ये रही कि बच्चों को वेंटिलेटर की आवश्यकता नहीं पड़ी. डॉक्टरों का कहना है कि हाईरिस्क केस होने की वजह से इस दल में नवजात शिशु विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. श्रीपर्णा बासू, गाइनी विभाग की प्रमुख डॉ. जया चतुर्वेदी, डॉ. अनुपमा बहादुर और डॉ. राजलक्ष्मी मुंदरा ने कमान संभाल रखी थी.

ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में एक महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है. फिलहाल डॉक्टरों ने महिला और चारों बच्चों को पूरी तरह से स्वस्थ बताया है. बताया जा रहा है कि चारों बच्चों को जन्म देनें वाली महिला उत्तरकाशी के बड़कोट की रहने वाली है. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि अमूमन इस तरह के मामले बहुत कम ही देखने को मिलते हैं जिसमे जच्चा और बच्चा सभी सुरक्षित हों.

महिला ने दिया चार बच्चों को जन्म

दरअसल एम्स ऋषिकेश में इस तरह का मामला पहली बार आया है. जहां एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है. वहीं, महिला के घर पर खुशी का माहौल है. जानकारी के मुताबिक महिला को उत्तरकाशी जिला अस्पताल से दून अस्पताल में रेफर किया गया था, तभी हाई रिस्क केस होने की वजह से महिला को बीते रविवार को दून अस्पताल से एम्स ऋषिकेश में रेफर किया गया. जहां अल्ट्रासाउंड के जरिए पता चला कि महिला के पेट में चार बच्चे हैं.

ये भी पढ़ें: देहरादून: पहाड़ों में पहुंचना हुआ आसान, CM त्रिवेंद्र ने किया हेली सेवा का शुभारंभ

वहीं, चिकित्सकों ने बताया कि महिला और उसके सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. सभी बच्चों का वजन लगभग 1.6 किलोग्ग्राम, 1.5 किलोग्ग्राम, 1.35 किलोग्ग्राम, और 1.1 किलोग्राम है. डॉक्टरों ने बताया कि सबसे खास बात ये रही कि बच्चों को वेंटिलेटर की आवश्यकता नहीं पड़ी. डॉक्टरों का कहना है कि हाईरिस्क केस होने की वजह से इस दल में नवजात शिशु विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. श्रीपर्णा बासू, गाइनी विभाग की प्रमुख डॉ. जया चतुर्वेदी, डॉ. अनुपमा बहादुर और डॉ. राजलक्ष्मी मुंदरा ने कमान संभाल रखी थी.

Intro:Ready to air
ऋषिकेश--एम्स ऋषिकेश में आज कुदरत का करिश्मा देखने को मिला है उत्तरकाशी के बड़कोट की रहने वाली एक महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है,चिकित्सकों ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ है वहीं उन्होंने यह भी बताया कि अमूमन इस तरह के मामले कम ही देखने को मिलते हैं,उन्होंने यह भी बताया कि एम्स ऋषिकेश में इस तरह का मामला पहली बार आया है।वहीं चार बच्चे पैदा होने पर परिजनों में भी खुशी की लहर है।


Body:वी/ओ-- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के गाइनी डिपार्टमेंट में भर्ती उत्तरकाशी निवासी महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया है। महिला को उत्तरकाशी जिला अस्पताल से दून अस्पताल रेफर किया गया था, हाई रिस्क केस होने की वजह से महिला को बीते रविवार को दून अस्पताल से एम्स ऋषिकेश में रेफर किया गया था। गाइनी विभाग की डा. अनुपमा बहादुर के अनुसार महिला का हिमोग्लाेबिन काफी कम था, टीएसएच 13  था, लिहाजा ऐसी स्थिति में डिलीवरी में नवजात ​शिशु आईसीयू नीकु की आवश्यकता पड़ सकती थी, लिहाजा दून में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण उसे एम्स भेजा गया था। जहां अल्ट्रासाउंड के जरिए पता चला कि महिला के पेट में चार बच्चे हैं। लिहाजा महिला को 3 यूनिट रक्त चढ़ाया गया। साथ ही बच्चों के फेफड़ों की मैच्योरटी के लिए महिला को इंजेक्शन लगाया गया। इसके बाद ऑपरेशन से आज दोपहर में महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया। जिनमें दो लड़के व दो लड़कियां हैं।




Conclusion:वी/ओ--चिकित्सकों के अनुसार सभी बच्चे स्वस्थ हैं। जिनका वजन 1.6 किग्रा, 1.5 किग्रा., 1.35 किग्रा. तथा 1.1 किलोग्राम है।  खासबात यह है कि उन्हें वेंटीलेटर की आवश्यकता नहीं पड़ी। हाईरिस्क केस होने की वजह से चिकित्सकों के दल में नवजात शिशु विभाग की विभागाध्यक्ष डा. श्रीपर्णा बासू व डा. पूनम व गाइनी विभाग की प्रमुख डा. जया चतुर्वेदी, डा. अनुपमा बहादुर व डा. राजलक्ष्मी मुंदरा शामिल थे। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि एम्स ऋ​षिकेश उत्तराखंड में नवजात शिशु मृत्युदर कम करने को लेकर गंभीर है, लिहाजा हम हाईरिस्क प्रेग्नेंसी के मामलों को प्राथमिकता देते हैं। ​

बाईट--अनुपमा बहादुर(स्त्री रोग विशेषज्ञ)
पीटीसी-- विनय पाण्डेय ऋषिकेश
Last Updated : Feb 9, 2020, 9:02 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.