देहरादून: उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने गुरुवार को विधानसभा स्थित सभा कक्ष में उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली. जिसमें उच्च शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में बेहत्तर कार्य करने वाले पांच शिक्षकों को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर 'भक्त दर्शन' पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया. ये पुरस्कार राज्य के प्रख्यात शिक्षाविद्, समाजसेवी और राजनेता स्व. भक्त दर्शन के सम्मान में दिया जाएगा. ये पुरस्कार वर्ष 2019-20 के लिए दिया जाएगा.
इस बैठक में मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने नए शिक्षा सत्र प्रारंभ किये जाने, नए पीजी काॅलेजों की स्थापना, राज्य सेक्टर और रूसा के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति, महाविद्यालयों में नेटवर्क सुविधा सहित नई शिक्षा नीति पर चर्चा की. बैठक के बाद धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य के सभी 105 महाविद्यालयों में प्राचार्यों के शत-प्रतिशत पद भर दिए हैं, जबकि शिक्षकों की 92 फीसदी पदों पर तैनाती की जा चुकी है. जिसमें संविदा एवं अतिथि शिक्षक भी शामिल हैं.
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उन्होंने बताया कि नया शिक्षा सत्र प्रारम्भ होने से पहले महाविद्यालयों में शत-प्रतिशत शिक्षकों की तैनाती कर दी जाएगी. इसके लिए निदेशक उच्च शिक्षा को शेष 350 पदों पर अधियाचन भेजने के निर्देश दे दिए गए हैं. साथ ही उन्होंने ऐसे महाविद्यालयों में फैकल्टी की तैनाती के भी निर्देश दिए हैं, जिससे संबंधित महाविद्यालयों में शीघ्र स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम संचालित किए जा सकेंगे.
धन सिंह रावत ने बताया कि 30 अक्टूबर तक विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को आयोजित विभिन्न परीक्षाओं के परीक्षा परिणाम जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही प्रदेश में शिक्षण संस्थानों को खोला जाएगा. वहीं, विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में चल रहे निर्माण कार्यों के लिए शासन स्तर पर स्वीकृत शेष धनराशि समय से जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.