देहरादून/ऋषिकेश/सोमेश्वर: उत्तराखंड के सबसे बड़े दून अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ता जा रहा है. वर्तमान में करीब 200 मरीजों का इलाज कोविड डेडीकेटेड दून अस्पताल में किया जा रहा है. अस्पताल प्रबंधन की ओर से मरीजों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े. इसके लिए जनसंपर्क अधिकारियों की तैनाती की गई है. जो 24 घंटे मरीजों को बेहतर सुविधा प्राप्त करने में मदद करेंगे. दून अस्पताल प्रबंधन की ओर से अशोक राज उनियाल को मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, महेंद्र भंडारी, दिनेश रावत, संदीप राणा को जनसंपर्क अधिकारी और सतीश चंद्र धस्माना को नर्सिंग अधीक्षक का कार्यभार सौंपा गया है.
एम्स ऋषिकेश में वेबिनार
कोविड-19 के दौरान युवाओं को अवसाद से बचाने विषय पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की तरफ से इंटरनेशनल वेबीनार का आयोजन किया गया. जिसमें विशेषज्ञों ने कोरोना के कारण युवाओं पर पड़ रहे दुष्प्रभावों पर चर्चा किया. वेबिनार में दुनियाभर से करीब 250 विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, चिकित्सकों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया.
एम्स ऋषिकेश, उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर (यूसर्क) के संयुक्त तत्वाधान में वेबिनार में एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि कोरोना दिसंबर 2021 तक रह सकता है, लिहाजा हमें इस महामारी के साथ रहने ही आदत डालनी होगी. उन्होंने कहा कि तनाव या चिंता जीवन का ही एक हिस्सा है, ऐसे में लोगों को तनाव से दूर रहना होगा.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः आज मिले 588 कोरोना पॉजिटिव, 17,865 पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा
सोमेश्वर में नियमों के उल्लंघन पर चालान
सोमेश्वर पुलिस कोरोना महामारी के दौरान नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई कर रही है. पुलिस ने कुल 33 लोगों के चालान किए गए. कोविड-19 के नियमों के उल्लंघन पर 11 चालान करते हुए पुलिस ने 14,700 का जुर्माना भी वसूला है.