देहरादून: शिमला बाईपास इलाके से पुलिस ने नकली दूध, मावा और पनीर बनाने वाली फैक्ट्री के संचालक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. फैक्ट्री संचालक देहरादून का रहने वाला है, जबकि अन्य चार आरोपी यूपी के सहारनपुर के रहने वाले है.
पकड़े गए पांचों आरोपियों की पहचान फरमान अली (फैक्ट्री संचालक) निवासी देहरादून, संदीप, रोहित, सुशील, एलन सभी निवासी सहारनपुर के रूप में हुई है.
पढ़ें- देहरादून में नकली दूध और पनीर बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़, हालात देख दंग रह गई टीम
मुख्य आरोपी और फैक्ट्री संचालक फरमान अली की देहरादून के रेस कोर्स में दून डेयरी के नाम दूध की डेयरी भी है. जिसके वो अपने पिता फुरकान अली के साथ मिलकर चलता है. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से मुताबिक डेयरी संचालक के पास कोई दुधारू गाय-भैंस नहीं है और न ही पास ऐसा कोई लाइसेंस है.
बता दें कि मंगलवार को ईटीवी भारत की सूचना पर पुलिस ने पटेल नगर क्षेत्र के भुड्डी गांव में नकली दूध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. यहां मावा, पनीर, दुध और घी को ऐसे पदार्थों से बनाया जा रहा था जो सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक और जानलेवा हो सकते हैं. यह फैक्ट्री लगभग 1 साल से चल रही थी. इसका खुलासा तब हुआ जब ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची और इसकी जानकारी पुलिस को दी.
पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को मौके से 2 क्विंटल से अधिक नकली घी, एक क्विंटल पनीर सहित कई दुग्ध निर्मित पदार्थ बरामद हुए, जो डिटर्जेंट पाउडर और केमिकल से बनाए जा रहे थे. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने घी और पनीर का सैंपल जांच के लिए रुद्रपुर लैब भेज दिया है.
खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी रमेश सिंह ने मुताबिक प्रथम दृष्या देखने में लग रहा है कि ये सभी पदार्थ केमिकल के साथ-साथ मवेशियों की चर्बी से बनाए गए हैं. हालांकि रुद्रपुर लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ स्पष्ट किया जा सकता है.