देहरादून: एक नवंबर को उत्तराखंड को अपना पहला इंटरनेट एक्सचेंज मिल गया है और आज से ही यह एक्सचेंज काम करना शुरू कर दिया है. देहरादून के आईटी पार्क में स्थापित किए गए राज्य के पहले और देश के दसवें इंटरनेट एक्सचेंज का केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने उद्घाटन किया.
इंटरनेट एक्सचेंज (Internet Exchange) शुरू होने के बाद प्रदेश में इंटरनेट की स्पीड में सुधार होगा और लोगों को स्पीड को आने वाली दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. उद्घाटन समारोह में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि आने वाले दिनों में राज्य के हर जिले में इंटरनेट एक्सचेंज स्थापित होगा. उन्होंने कहा कि इस एक्सचेंज के जरिए पहाड़ के दुर्गम गांवों में भी इंटरनेट की सुविधा आसानी से मिल सकेगी.
बिना एक्सचेंज के चलते आती थीं दिक्कतें: असल में राज्य में इंटरनेट की स्पीड को लेकर कई तरह की समस्याएं आती थीं. वहीं, पहाड़ी राज्य होने के कारण कई तरह के नियम भी थे. लिहाजा अब राज्य का अपना इंटरनेट एक्सचेंज मिलने के बाद प्रदेश में इंटरनेट की स्पीड में इजाफा होगा और इससे राज्य के युवाओं को फायदा होगा. क्योंकि इंटरनेट का इस्तेमाल ज्यादातर युवा ही करते हैं. असल में अभी तक उत्तराखंड में इंटरनेट यूपी और दिल्ली में स्थित आठ विभिन्न एक्सचेंजों के माध्यम से उपलब्ध था. जिसके कारण स्पीड कम थी और दूरदराज के इलाकों में इंटरनेट की सुविधा नहीं है.
ये होंगे फायदे: इंटरनेट एक्सचेंज से कई लाभ होंगे. दुर्गम क्षेत्रों में भी सहज रूप से नेट की सुविधा प्राप्त होगी. ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों, वर्क फ्रॉम होम से जुड़े नौजवानों और सरकारी विभागों, गैर सरकारी संस्थानों को अपने ऑनलाइन कार्यों में सुविधा होगी. उत्तराखंड में कॉल सेंटर्स और बीपीओ संस्थानों की संभावना बढ़ जाएगी. जो प्रत्यक्ष रूप से राज्य के नौजवानों के लिए रोजगार के नए द्वार खोलेगी.
नैनीताल में भी खुलेगा एक्सचेंज: कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि केंद्र सरकार उत्तराखंड के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में इस इंटरनेट एक्सचेंज की स्थापना से कई सेक्टरों में काम करने वाले युवाओं को फायदा मिलेगा. साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे बच्चों को भी हाईस्पीड नेट की सुविधा मिलेगी. इस एक्सचेंज के जरिए उत्तराखंड में बीपीओ संस्थानों की संभावना भी बढ़ जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड के लिए एक और इंटरनेट एक्सचेंज नैनीताल में स्थापित करने की भी बड़ी घोषणा की है.
पढ़ें: देखो सरकार! ये है स्वास्थ्य सेवाओं का हाल, कंधों पर झूलती 'जिंदगी'
लंबे समय से प्रयासरत थे बलूनी: दरअसल, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी राज्य में इंटरनेट एक्सचेंज को स्थापित करने के लिए काफी समय से प्रयास कर रहे थे. क्योंकि राज्य का विकास होने के साथ ही आईटी गतिविधियों में काफी इजाफा हुआ है. लेकिन लोगों को इंटरनेट की स्पीड की समस्या और उसमें आने वाले अवरोधों की समस्या से जूझना पड़ता था. इस सिलसिले में बीते चार अक्टूबर को बलूनी ने केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर से मुलाकात करते हुए उत्तराखंड में एक्सचेंज खोलने का अनुरोध किया था, जिसे केंद्र ने स्वीकार कर लिया.
क्या है इंटरनेट एक्सचेंज: इंटरनेट एक्सचेंज के माध्यम से इंटरनेट सेवा प्रदाताओं, डाटा केंद्रों और सामग्री वितरण नेटवर्क के बीच इंटरनेट डेटा का आदान-प्रदान होता है. यह इंटरनेट स्पीड को बढ़ाने के साथ-साथ एक मजबूत इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर को स्थापित करता है. आसान शब्दों में इंटरनेट एक्सचेंज एक तरह से टेलीफोन एक्सचेंज की तरह ही काम करता है. जो इंटरनेट की पहुंच को आगे बढ़ाता है. अब तक उत्तराखंड में इंटरनेट यूपी दिल्ली में स्थित आठ अलग-अलग एक्सचेंज के जरिए उपलब्ध होता था. एक्सचेंज दूर होने से एक तो स्पीड कम हो जाती है, उस पर दूरस्थ क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंच भी नहीं पाता है.
इंटरनेट की गति बढ़ेगी: बलूनी ने बताया कि इंटरनेट एक्सचेंज से कई लाभ होंगे. इंटरनेट की गति बढ़ जाएगी और दुर्गम क्षेत्रों में भी सहज रूप से नेट की सुविधा प्राप्त होगी. ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों, वर्क फ्रॉम होम से जुड़े नौजवानों व सरकारी विभागों, गैर सरकारी संस्थानों को अपने ऑनलाइन कार्यों में सुविधा होगी.