देहरादूनः उत्तराखंड में कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) का पहला केस सामने आया है. जिससे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. संक्रमित व्यक्ति उधम सिंह नगर जिले का रहने वाला है. ऊधमसिंह नगर जिले के गदरपुर में कुछ समय पहले आए बीटेक के एक छात्र की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए रैंडम जांच के तहत भेजे गए पांच प्रतिशत नमूनों में उसका भी सैंपल शामिल था.
युवक के सैंपल की जीनोम सिक्वेसिंग (Genome Sequencing) में डेल्टा प्लस वैरिएंट की मिलने की पुष्टि की गई. इससे बाद से ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक युवक नौ जून को लखनऊ से वापस लौटा था. बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसका स्थानीय एड्रेस ट्रेस कर उसके संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए हैं.
जानकारी के मुताबिक, गदरपुर निवासी एक व्यक्ति की तबीयत खराब हो गई थी. बीते 21 मई को मरीज का कोविड सैंपल लिया गया था. जिसकी रिपोर्ट 24 मई को पॉजिटिव आई. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल परिसर में रहने वाले युवक की मां नर्स है और पीड़ित लखनऊ से बीटेक कर रहा है. परिजनों के मुताबिक, युवक लखनऊ से बीते 29 अप्रैल को गदरपुर आया था और अपने चाचा-चाची के घर भी गया था. इसके बाद वह अपनी दादी के घर बुखसौरा कालीनगर चला गया था.
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वहीं, रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज होम आइसोलेशन में चला गया था, लेकिन लगातार तबीयत बिगड़ने पर उसके और अन्य 30 लोगों के सैंपल दिल्ली भेज गए थे. जिसकी रिपोर्ट आज आई. जिसमें डेल्टा प्लस वैरिएंट पाया गया है. इसकी पुष्टि उधम सिंह नगर सीएमओ ने की है. अब स्वास्थ्य महकमा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों की जानकारी लेकर सैंपलिंग में जुट गया है.
कोरोनावायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है. नए वैरिएंट के साथ लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा रहा है. कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट को B.1.617.2 कहा जाता है. यह म्यूटेंट होकर डेल्टा प्लस या AY.1 में भी बदल गया है. डेल्टा वैरिएंट की स्पाइक में K417N म्यूटेशन जुड़ जाने का कारण डेल्टा प्लस वैरिएंट बना है. यही K417N दक्षिण अफ्रीका से सामने आए कोरोना वायरस के बीटा वैरिएंट और ब्राजील में पाए गए गामा वैरिएंट में भी मिला है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक डेल्टा प्लस ज्यादा संक्रामक है. यह फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती से चिपक जाता है. जिसकी वजह से फेफड़ों को जल्दी नुकसान पहुंचता है. डेल्टा प्लस वैरिएंट के मुख्य लक्षण सिरदर्द, गले में खराश और नाक बहना है.