ऋषिकेश: नगर निगम के पूर्व कर्मचारी ने निगम के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि निगम में 5 लाख की एलईडी लाइट का घोटाला किया जा रहा था. जिसका पता लगने पर पूर्व कर्मचारी ने जिलाधिकारी को शिकायत पत्र लिखा. जिसके बाद निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से उसे नौकरी से निकाल दिया गया, लेकिन मामले की अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में अब पीड़ित ने न्यायालय की शरण लेने की बात की है.
दरअसल, ऋषिकेश नगर निगम के पूर्व सफाई निरीक्षक अरविंद डिमरी ने निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि निगम में हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी मिलने पर उन्होंने अधिकारियों को एक पत्र लिखा था. जिसके बाद अधिकारियों ने ही मिलीभगत कर उसे नौकरी से निकाल दिया. अरविंद ने 10 साल तक नगर पालिका में अपनी सेवाएं दी हैं, नगर निगम बनने के बाद भी यह सेवाएं जारी रही.
अरविंद डिमरी ने मामले की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि काम के दौरान एक दिन जब उन्होंने रिकॉर्ड बुक मिलान किया तो उसमें से लगभग 95 एलईडी लाइट गायब मिली. उन्होंने तत्कालीन इसकी शिकायत जिलाधिकारी से शिकायत की लेकिन इस मामले पर किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद उन्होंने 13 अगस्त 2019 सीएम हेल्पलाइन पर भी इसकी शिकायत की गई लेकिन बावजूद इसके इस मामले की जांच नहीं हुई और उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया.