देहरादून: दहेज हत्या के एक मामले में इंसाफ के लिए मृतका के माता-पिता पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहे है. लेकिन कोई उनकी सुध नहीं ले रहा है. बुधवार को पीड़ित परिवार आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय देहरादून पहुंचा, जहां उन्होंने एसएसपी को ज्ञापन सौंपा.
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मृतका के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी के पति की दो बहनें पुलिस विभाग में कार्यरत हैं. इसलिए पुलिस इस मालमे में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. यही कारण है कि पुलिस ने अभीतक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है. क्योंकि पुलिस आरोपी को बचाने में लगी हुई है.
मृतका के पिता सुखपाल के मुताबिक उनकी बेटी शीतल की शादी 28 जनवरी को मनप्रीत के साथ हुई थी. मनप्रीत बुलेट मोटरसाइकिल की मांग कर रहा था. जिस वहज से मनप्रीत शीतल को मानसिक रूप से परेशान करता था. साथ ही उसके साथ मारपीट भी करता था.
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सुखपाल का आरोप है कि बुलेट की मांग पूरी न होने पर 14 अप्रैल को ससुरालियों ने शीतल को जहर दे दिया था. जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद शीतल को महंत इंद्रेश अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में भर्ती होने के एक दिन बाद उसकी मौत हो गई थी.
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शीतल के परिजनों ने उसके पति मनप्रीत, सास सरोज, देवर आशीष, ननद स्वीटी और प्रीति के खिलाफ नेहरू कोतवाली में मामला दर्ज कराया था. स्वीटी इस समय सिविल लाइन कोतवाली रुड़की में तैनात है, जबिक प्रीति सीओ कार्यालय मंगलौर में सिपाही के पद पर तैनात है.
सुखपाल का कहना है कि कई महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अभीतक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है. मनप्रीत की दोनों बहनें पुलिस महकमे है. इसलिए पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. आज हम एसएसपी कार्यालय में न्याय मांगने आये हैं. अगर उन्हें जल्द न्याय नहीं मिला तो वे एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे.
इस बारे में एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि शीतल के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. इस मामले की जांच सीओ स्तर के अधिकारी कर रहे हैं. शीतल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को एफएसएल के लिए भेज दिया है. जांच पूरी होने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जायेगी. पुलिस किसी भी प्रकार के दबाव में काम नहीं करेगी.