देहरादून: अगर आपने अपने वाहन में फास्टैग नहीं लगवाया है, तो आपको अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है. फास्टैग नहीं लगा होने की दशा में आपको दोगुना शुल्क भरना पड़ेगा. उत्तराखंड के टोल प्लाजों पर भी ये व्यवस्था आज रात 12 बजे से लागू हो जाएगी. हालांकि, उत्तराखंड में फिलहाल तीन टोल बैरियर संचालित है, इसके साथ ही जल्द ही बहादराबाद में एनएच-58 पर बने टोल बैरियर का ट्रायल 18 फरवरी से शुरू हो जाएगा.
बता दें, परिवहन मंत्रालय वाहनों पर फास्टैग लगाने की तिथि को कई बार बढ़ा चुका है. हालांकि, पहले यह तिथि 31 दिसंबर रखी गई थी जिसमें 1 जनवरी से सभी वाहनों (दोपहिया और तिपहिया वाहनों को छोड़) में फास्टैग की अनिवार्यता लागू होनी थी. लेकिन सभी राज्यों में व्यवस्था ना बन पाने के चलते केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने इसमें राहत देते हुए अंतिम तिथि 15 फरवरी तक कर दी थी. अब परिवहन मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि अब तिथि नहीं बढ़ाई जाएगी. लिहाजा 15 फरवरी की रात 12 बजे से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी.
उत्तराखंड में तीन टोल बैरियर वर्तमान में संचालित हो रही हैं. इसमें पहला टोल खटीमा के एनएच-125, दूसरा एनएच- 74 पर बना देवरिया का टोल प्लाजा और तीसरा एनएच -73 पर बना भगवानपुर का टोल प्लाजा शामिल है. इसके साथ ही प्रदेश के चौथे टोल बैरियर जोकि एनएच-58 पर बहादराबाद में बना है, उसका ट्रायल होना है. जिसके ट्रायल के बाद 18 फरवरी को ये शुरू हो जायेगा.
बहादराबाद में बने टोल प्लाजा के 20 किमी दायरे में स्थानीय के निजी वाहनों के लिए महीने का पास शुल्क 265 रुपये, कार-जीप और वैन के लिए एक बार गुजरने का शुल्क 75 रुपए और वापसी करने पर 115 रुपये का शुल्क रखा गया है. यही नहीं, मासिक शुल्क 2,530 रुपये का निर्धारण किया गया है.
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15 फरवरी की रात 12 बजे से फास्टैग अनिवार्य करने को लेकर परिवहन मंत्रालय ने मुख्य सचिव को पत्र भी भेजा था, जिसके बाद मुख्य सचिव स्तर से जिन जिलों में टोल बैरियर मौजूद हैं, उन संबंधित जिलों को पत्र भेजा जा चुका है. परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार उत्तराखंड में 1 दिसंबर 2017 से ही सभी नए वाहनों पर फास्टैग लग रहे हैं. ऐसे में जो वाहन चालक अपने वाहनों पर अभी तक फास्टैग नहीं लगवाए हैं, वह जल्द ही अपने वाहनों पर फास्टैग लगवा लें अन्यथा दोगुना शुल्क भरना पड़ेगा.
क्या है फास्टैग ?
फास्टैग इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन तकनीक है. इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का इस्तेमाल होता है. फास्टैग रिचार्ज होने वाला प्रीपेड टैग है जो आपको अपनी गाड़ी के विंडशील्ड पर अंदर की तरफ से लगाना पड़ता है.
कैसे खरीदें फास्टैग ?
राष्ट्रीय राजमार्ग टोल प्लाजा और 22 विभिन्न बैंक से फास्टैग स्टिकर खरीदे जा सकते हैं. यह पेटीएम, अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध हैं. इसके अलावा Fino Payments Bank और Paytm Payments Bank भी फास्टैग जारी करते हैं.
फास्टैग ऐसे करें रिचार्ज
- यदि फास्टैग NHAI प्रीपेड वॉलेट से जुड़ा है, तो इसे चेक के माध्यम से या यूपीआई/डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/NEFT/नेट बैंकिंग आदि के माध्यम से रिचार्ज किया जा सकता है.
- अगर बैंक खाते को फास्टैग से लिंक किया जाता है, तो पैसे सीधे खाते से काट लिये जाते हैं.
- अगर Paytm वॉलेट फास्टैग से लिंक होता है, तो पैसे सीधे वॉलेट से काट लिये जाते हैं.