विकासनगर: जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र के उत्पादक किसान काफी परेशान व मायूस नजर आ रहे हैं. इस वर्ष मंडियों में किसानों को अदरक का उचित दाम नहीं मिल रहा है. इस बार अदरक की डिमांड भी ज्यादा नहीं है. किसानों का कहना है कि उन्हें इस साल काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है.
बता दें कि, जौनसार बावर क्षेत्र में कई हेक्टेयर भूमि पर किसान अदरक उत्पादन करते आए हैं. लेकिन बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष किसानों को मंडियों में अदरक के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं. इस कारण से किसान काफी मायूस व परेशान नजर आ रहे हैं. मंडियों में 1 किलो अदरक की कीमत करीब 25 से 30 रुपए है. जबकि किसानों ने बुआई के वक्त अदरक के बीज करीब एक सौ 25 रुपए किलो तक खरीदा था. अदरक उत्पादक प्रति किसान ने करीब चार से पांच कुंतल बुआई के लिए अदरक काफी महंगे दामों में खरीदा था. लेकिन कड़ी मेहनत करने के बाद भी इसके मंडियों में उचित दाम नहीं मिल पा रहा है.
ग्रामीण किसान नेपाल सिंह ने बताया कि मंडियों में अदरक का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है. मात्र 40 किलो अदरक एक हजार में बिक रही है, जिससे मेहनताना तो दूर मूल रकम भी नहीं मिल पा रही है. जब की बुआई के वक्त अदरक का बीच काफी महंगे दामों में खरीदा गया है. उन्होंने बताया कि हमने बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड के तहत ऋण लिया हुआ है. अब चिंता सता रही है कि आखिर किसान क्रेडिट कार्ड से लिया कर्ज कैसे भरेंगे.
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मंडी के आढ़ती मनोज पंवार का कहना है कि एक समय था जब जौनसार बावर की मंडी से दिल्ली आजादपुर मंडी में काफी डिमांड अदरक की हुआ करती थी. लेकिन वर्तमान स्थिति में दिल्ली में अदरक की कोई डिमांड नहीं है. इस कारण से अन्य मंडियों में अदरक भेजना पड़ रहा है. रेट की अगर बात की जाए तो आने वाले समय में भी किसानों को अदरक का अच्छा खासा रेट मिलना मुश्किल लग रहा है. क्योंकि देश की सबसे बड़ी आजादपुर दिल्ली मंडी में भी अदरक अन्य जगहों से कम कीमत पर काफी मात्रा में पहुंच रहा है. इस कारण से जौनसार बावर के अदरक का रेट नहीं लग पा रहा है.