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आवारा पशुओं ने किया किसानों की नाक में दम, फसलें हो रहीं बर्बाद

देहरादून के कालसी ब्लॉक में सड़कों पर आवारा घूम रहे पशुओं से किसानों की समस्याएं बढ़ गई हैं. खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे जानवरों पर प्रशासन की कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है.

आवारा पशुओं से परेशान किसान.
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Published : Aug 7, 2019, 1:42 PM IST

विकासनगर: जिले के कालसी ब्लॉक के साहिया क्षेत्र में आवारा पशुओं से किसान परेशान हैं. किसानों का आरोप है कि फसलों को नुकसान पहुंचा रहे आवारा पशु छोड़ने वालों पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

दरअसल साहिया क्षेत्र के किसान इन दिनों आवारा पशुओं से बेहद परेशान हैं. सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं ने एक महीने से साहिया क्षेत्र व आसपास के क्षेत्रों में किसानों के खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है. तहसील प्रशासन की ओर से आवारा पशुओं के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. किसानों का कहना है कि ऐसे पशुपालकों पर प्रशासन की कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

आवारा पशुओं से परेशान किसान.

यह भी पढ़ें: कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रियों का दल पिथौरागढ़ लौटा, यात्रा के अनुभव साझा किए

किसान संतराम राठौर ने कहा कि आवारा पशुओं को छोड़ने पर प्रशासन को जुर्माना लगाना चाहिए. तहसील प्रशासन और संबंधित विभाग को इनपर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. साथ ही किसान ने कहा कि पशुगणना के समय पशुओं पर पहचान के लिए एक टैग लगाना चाहिए, जिससे संबंधित पशुपालक को आसानी से पकड़ा जा सके. शहर से लेकर पहाड़ों में भी गो पालक अपने पशुओं को आवारा छोड़ रहे हैं. इसके चलते जिले के किसानों के सामने समस्या बनी हुई है.

विकासनगर: जिले के कालसी ब्लॉक के साहिया क्षेत्र में आवारा पशुओं से किसान परेशान हैं. किसानों का आरोप है कि फसलों को नुकसान पहुंचा रहे आवारा पशु छोड़ने वालों पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

दरअसल साहिया क्षेत्र के किसान इन दिनों आवारा पशुओं से बेहद परेशान हैं. सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं ने एक महीने से साहिया क्षेत्र व आसपास के क्षेत्रों में किसानों के खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है. तहसील प्रशासन की ओर से आवारा पशुओं के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. किसानों का कहना है कि ऐसे पशुपालकों पर प्रशासन की कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

आवारा पशुओं से परेशान किसान.

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किसान संतराम राठौर ने कहा कि आवारा पशुओं को छोड़ने पर प्रशासन को जुर्माना लगाना चाहिए. तहसील प्रशासन और संबंधित विभाग को इनपर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. साथ ही किसान ने कहा कि पशुगणना के समय पशुओं पर पहचान के लिए एक टैग लगाना चाहिए, जिससे संबंधित पशुपालक को आसानी से पकड़ा जा सके. शहर से लेकर पहाड़ों में भी गो पालक अपने पशुओं को आवारा छोड़ रहे हैं. इसके चलते जिले के किसानों के सामने समस्या बनी हुई है.

Intro:कालसी ब्लॉक के साहिया क्षेत्र में इन दिनों आवारा पशुओं से किसान परेशान हैं किसानों का आरोप है नगदी फसलों को कर रहे नुकसान आवारा पशु छोड़ने वालों पर प्रशासन करें सख्त कार्यवाही.


Body:साहिया क्षेत्र में इन दिनों आवारा पशुओं से किसान काफी परेशान है एक दर्जन लगभग पशुओं एक महीने से साहिया क्षेत्र व आसपास के क्षेत्रों में किसानों के खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं लेकिन इस और ना तो तहसील प्रशासन ध्यान दे रहा है ना ही कोई गौ रक्षक. किसानों का आरोप है कि ऐसे पशुपालकों के ऊपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जो अपने पशुओं को इस तरह आवारा छोड़ देते हैं किसान संतराम राठौर ने बताया कि जो आवारा पशु छोड़ते हैं उनके ऊपर जुर्माना लगाना चाहिए और तहसील प्रशासन और संबंधित विभाग को इनके ऊपर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए साथ ही कहा कि पशु गणना के समय पशुओं पर पहचान के लिए एक टेग लगानी चाहिए जिससे कि संबंधित पशुपालक को आसानी से पकड़ा जा सके और उसके ऊपर कार्रवाई की जा सके. किसान श्यामनाथ राजगुरु ने बताया कि पिछले 1 महीने से एक दर्जन के लगभग आवारा पशु घूम रहे हैं हमारे खेतों में नगदी फसलें खीरा ,बीन , टमाटर आदि नगदी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं ऐसे पशुपालकों के ऊपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जिन्होंने इस तरह आवारा पशु छोड़े हैं.


Conclusion:शहर तो शहर और पहाड़ों में भी लोग अपने पशुओं को आवारा छोड़ रहे हैं देखना यह होगा क्या यह आवारा पशुओं के मालिक पशुओं को यूंही आवारा घूमते रहने देंगे या कभी अपने गौशाला में फिर से इनकी सेवा करेंगे क्या सरकार आवारा पशु छोड़ने वालों के ऊपर कोई ठोस कानून बनाएगी या फिर यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा. बाइट_संतराम राठौर_ किसान बाइट_श्याम नाथ राजगुरू_ किसान
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