देहरादून: उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में मनाई जाने वाली बूढ़ी दीपावली (इगास पूजा) पर सार्वजनिक अवकाश घोषित होने का एक फर्जी पत्र इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिस पर शासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं, शासन की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि इन दिन किसी भी तरह का सार्वजनिक अवकाश घोषित नहीं किया गया है.
ताज्जुब की बात यह है कि जो फर्जी पत्र वायरल हो रहा है उस पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के साइन भी हैं. इस पत्र को शासन का आदेश मानते हुए कई स्कूलों में तो इगास की छुट्टी भी घोषित कर दी गई. हालांकि, बाद में जब ये मामला अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के पास पहुंचा तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी तरफ से इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. जो लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वो फर्जी है.
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बात दें कि इस बार इगास पर्व को लेकर उत्तराखंड में काफी उत्साह है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा भी उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी के पैतृक गांव में इगास पर्व मनाने आ रहे हैं.