ETV Bharat / state

सचिवालय में आयोजित हुआ विक्रेता संवाद कार्यक्रम, GeM को लेकर साझा किये अनुभव - Experience shared about GeM

जेम पोर्टल से बड़े और छोटे व्यापारियों को लाभ मिल रहा है. इसके माध्यम से व्यापारी व्यापक स्तर पर काम कर रहे हैं. अब 70 फीसदी MSME और छोटे कारोबारी अपने प्रोडक्ट्स जेम पोर्टल के जरिए से ही बेचते हैं.

Etv Bharat
सचिवालय में आयोजित किया गया विक्रेता संवाद कार्यक्रम
author img

By

Published : Sep 28, 2022, 4:53 PM IST

देहरादून: सचिवालय मीडिया सेंटर में GeM या गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस ऑनलाइन पोर्टल के संबंध में एक विक्रेता संवाद कार्यक्रम (vendor interaction program) का आयोजन किया गया. इसमें इस पोर्टल के संबध में तमाम जानकारी दी गई. साथ ही इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड विक्रेताओं ने भी अपने अनुभव साझा किये. बताया गया कि वित्त वर्ष 2021-22 में जेम ने खरीद मूल्य के 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार मूल्य की उपलब्धि को पार कर लिया है. कुल मिलाकर GeM ने 3.02 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 1 करोड़ से अधिक लेनदेन को पार कर लिया है.

GeM यानी गवर्मेंट ई-मार्केट प्लेस (GeM or Government e Marketplace Online Portal) देश के पब्लिक बायर और सेलर ईको सिस्टम में हितधारकों के रूप में विक्रेताओं के एक बड़े समूह को प्रभावित करने में सक्षम है. ऐसा पिछले कुछ समय में GeM पर हुए ट्रांजेक्शन से साबित हुआ है. इसी को देखते हुए GeM विक्रेताओं के साथ संवाद स्थापित करने और उन्हें इस नई गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस की सुविधाओं और कार्यात्मकताओं के बारे में जागरूक करने के लिए एक अखिल भारतीय 'विक्रेता संवाद' का कार्यक्रम किया जा रहा है. जिसके तहत सचिवालय मीडिया सेंटर में एक संवाद कार्यक्रम रखा गया. जिसमें GeM उत्तराखंड के नोडल अधिकारी, उप निदेशक कोषागार विक्रम सिंह शामिल हुए. उन्होंने GeM विक्रेताओं के साथ साथ मीडिया के सामने इस सरकारी ऑनलाइन पोर्टल के बारे में जानकारी दी और उसकी खूबियां भी बताई.
पढे़ं-HC ने CS को व्यक्तिगत शपथपत्र पेश करने को कहा- पूछा राजस्व पुलिस सिस्टम खत्म करने के पहले आदेश का क्या हुआ?

क्या है GeM: देश का राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल, गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जेम) वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए प्रारंभ से अन्त तक ऑनलाइन मार्केटप्लेस है. इसे 9 अगस्त 2016 को प्रधानमंत्री के विजन के रूप में लॉन्च किया गया था. जेम को सार्वजनिक खरीद को पुनः परिभाषित करने के लिए जाना जाता है. यह सरकारी खरीदारों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा खरीद के तरीके में आमूल-चूल परिवर्तन लाने में सक्षम है. जेम सम्पर्कविहीन, पेपरलेस और कैशलेस है और यह तीन स्तंभों दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता पर खड़ा है.
पढे़ं- स्वच्छता सर्वेक्षण में हरिद्वार को बेस्ट गंगा टाउन का अवॉर्ड मिला, नगर निगम में खुशी की लहर

पिछले साल GeM पर हुआ एक करोड़ का व्यापार: बता दें कि वित्त वर्ष 2021-22 में एक ही वित्तीय वर्ष में जेम ने खरीद मूल्य के 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार मूल्य की उपलब्धि को पार कर लिया है. कुल मिलाकर GeM ने 3.02 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 1 करोड़ से अधिक लेनदेन को पार कर लिया है. यह पूरे देश में खरीदारों और विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों के समर्थन से ही संभव हुआ है.
पढे़ं- पूर्व DGP आलोक बी लाल ने वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाने को बताया गलत, दिए ये तर्क

सरकारी खरीदारी में छोटे उद्योगों को GeM से मिल रहा है बड़ा प्लेटफॉर्म: जेम के खरीदार आधार में केंद्र और राज्य सरकार के सभी विभाग, सहकारी समितियां और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम शामिल हैं. जेम के विक्रेता आधार की विषम प्रकृति स्पष्ट रूप से 'समावेशिता' के संस्थापक स्तंभ को दर्शाती है. बड़ी कंपनियों और समूहों से शुरू होकर, विक्रेता आधार में देश भर से महिला उद्यमी, स्वयं सहायता समूह और एमएसएमई विक्रेता शामिल हैं. इसके अलावा, एमएसएमई और स्वयं सहायता समूहों के लिए सहज ऑनबोर्डिंग अनुभव सुनिश्चित करने के लिए जेम पोर्टल पर विशेष प्रावधान किए गए हैं. गौरतलब है 62 हजार पंजीकृत सरकारी खरीदार और 50.90 लाख विक्रेता और सेवा प्रदाता जेम ऑपरेशन के साइज और स्केल की बात करते हैं.
पढे़ं- पिथौरागढ़: गुरना मंदिर के पास भूस्खलन से मार्ग बाधित, SDRF ने फंसे हुए लोगों को निकाला

10 हजार प्रोडक्ट और 300 से ज्यादा सर्विस GeM पर उपलब्ध: अपनी स्थापना के बाद से, जेम लगातार नए उत्पाद और सेवा श्रेणियों के साथ आगे बढ़ रहा है. वर्तमान में, जेम पर लगभग 300 सेवा श्रेणियां और 10000 से अधिक प्रोडक्ट केटेगिरी उपलब्ध हैं. इन श्रेणियों में उत्पाद और सेवा प्रस्तावों के लगभग 44 लाख कैटलॉग हैं. इसके अलावा, जेम एक उभरता हुआ मंच है. पोर्टल में नई सुविधाओं और कार्यात्मकताओं को जोड़ने की दिशा में अथक प्रयास करता रहता है. इस सिद्धांत के अनुरूप, पिछले 24 महीनों में लगभग 2000 लघु और 460 से अधिक प्रमुख कार्यात्मकताओं को शुरू किया गया है.

देहरादून: सचिवालय मीडिया सेंटर में GeM या गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस ऑनलाइन पोर्टल के संबंध में एक विक्रेता संवाद कार्यक्रम (vendor interaction program) का आयोजन किया गया. इसमें इस पोर्टल के संबध में तमाम जानकारी दी गई. साथ ही इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड विक्रेताओं ने भी अपने अनुभव साझा किये. बताया गया कि वित्त वर्ष 2021-22 में जेम ने खरीद मूल्य के 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार मूल्य की उपलब्धि को पार कर लिया है. कुल मिलाकर GeM ने 3.02 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 1 करोड़ से अधिक लेनदेन को पार कर लिया है.

GeM यानी गवर्मेंट ई-मार्केट प्लेस (GeM or Government e Marketplace Online Portal) देश के पब्लिक बायर और सेलर ईको सिस्टम में हितधारकों के रूप में विक्रेताओं के एक बड़े समूह को प्रभावित करने में सक्षम है. ऐसा पिछले कुछ समय में GeM पर हुए ट्रांजेक्शन से साबित हुआ है. इसी को देखते हुए GeM विक्रेताओं के साथ संवाद स्थापित करने और उन्हें इस नई गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस की सुविधाओं और कार्यात्मकताओं के बारे में जागरूक करने के लिए एक अखिल भारतीय 'विक्रेता संवाद' का कार्यक्रम किया जा रहा है. जिसके तहत सचिवालय मीडिया सेंटर में एक संवाद कार्यक्रम रखा गया. जिसमें GeM उत्तराखंड के नोडल अधिकारी, उप निदेशक कोषागार विक्रम सिंह शामिल हुए. उन्होंने GeM विक्रेताओं के साथ साथ मीडिया के सामने इस सरकारी ऑनलाइन पोर्टल के बारे में जानकारी दी और उसकी खूबियां भी बताई.
पढे़ं-HC ने CS को व्यक्तिगत शपथपत्र पेश करने को कहा- पूछा राजस्व पुलिस सिस्टम खत्म करने के पहले आदेश का क्या हुआ?

क्या है GeM: देश का राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल, गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जेम) वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए प्रारंभ से अन्त तक ऑनलाइन मार्केटप्लेस है. इसे 9 अगस्त 2016 को प्रधानमंत्री के विजन के रूप में लॉन्च किया गया था. जेम को सार्वजनिक खरीद को पुनः परिभाषित करने के लिए जाना जाता है. यह सरकारी खरीदारों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा खरीद के तरीके में आमूल-चूल परिवर्तन लाने में सक्षम है. जेम सम्पर्कविहीन, पेपरलेस और कैशलेस है और यह तीन स्तंभों दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता पर खड़ा है.
पढे़ं- स्वच्छता सर्वेक्षण में हरिद्वार को बेस्ट गंगा टाउन का अवॉर्ड मिला, नगर निगम में खुशी की लहर

पिछले साल GeM पर हुआ एक करोड़ का व्यापार: बता दें कि वित्त वर्ष 2021-22 में एक ही वित्तीय वर्ष में जेम ने खरीद मूल्य के 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार मूल्य की उपलब्धि को पार कर लिया है. कुल मिलाकर GeM ने 3.02 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 1 करोड़ से अधिक लेनदेन को पार कर लिया है. यह पूरे देश में खरीदारों और विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों के समर्थन से ही संभव हुआ है.
पढे़ं- पूर्व DGP आलोक बी लाल ने वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाने को बताया गलत, दिए ये तर्क

सरकारी खरीदारी में छोटे उद्योगों को GeM से मिल रहा है बड़ा प्लेटफॉर्म: जेम के खरीदार आधार में केंद्र और राज्य सरकार के सभी विभाग, सहकारी समितियां और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम शामिल हैं. जेम के विक्रेता आधार की विषम प्रकृति स्पष्ट रूप से 'समावेशिता' के संस्थापक स्तंभ को दर्शाती है. बड़ी कंपनियों और समूहों से शुरू होकर, विक्रेता आधार में देश भर से महिला उद्यमी, स्वयं सहायता समूह और एमएसएमई विक्रेता शामिल हैं. इसके अलावा, एमएसएमई और स्वयं सहायता समूहों के लिए सहज ऑनबोर्डिंग अनुभव सुनिश्चित करने के लिए जेम पोर्टल पर विशेष प्रावधान किए गए हैं. गौरतलब है 62 हजार पंजीकृत सरकारी खरीदार और 50.90 लाख विक्रेता और सेवा प्रदाता जेम ऑपरेशन के साइज और स्केल की बात करते हैं.
पढे़ं- पिथौरागढ़: गुरना मंदिर के पास भूस्खलन से मार्ग बाधित, SDRF ने फंसे हुए लोगों को निकाला

10 हजार प्रोडक्ट और 300 से ज्यादा सर्विस GeM पर उपलब्ध: अपनी स्थापना के बाद से, जेम लगातार नए उत्पाद और सेवा श्रेणियों के साथ आगे बढ़ रहा है. वर्तमान में, जेम पर लगभग 300 सेवा श्रेणियां और 10000 से अधिक प्रोडक्ट केटेगिरी उपलब्ध हैं. इन श्रेणियों में उत्पाद और सेवा प्रस्तावों के लगभग 44 लाख कैटलॉग हैं. इसके अलावा, जेम एक उभरता हुआ मंच है. पोर्टल में नई सुविधाओं और कार्यात्मकताओं को जोड़ने की दिशा में अथक प्रयास करता रहता है. इस सिद्धांत के अनुरूप, पिछले 24 महीनों में लगभग 2000 लघु और 460 से अधिक प्रमुख कार्यात्मकताओं को शुरू किया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.