देहरादून: प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बीते सोमवार को नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई. राज्य में करीब 80 लोगों ने 5 लोकसभा सीटों पर नामांकन दाखिल किए हैं. अब चुनाव को सकुशल तरीके से संपन्न करवाने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है. चुनाव आयोग की तैयारी और कार्यक्रम को लेकर उत्तराखंड के मुख्य चुनाव अधिकारी सौजन्य ने Etv Bharat से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी सौजन्य ने बताया कि इस बार चुनाव में कई तरह के नए काम किए जा रहे हैं. जिसकी वजह से मतदान करने वाले मतदाता और उम्मीदवार को कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने बताया कि नॉमिनेशन के बाद अब स्क्रूटनी का काम किया जाएगा और जो प्रत्याशी अपना पर्चा वापस लेना चाहते हैं, वो ले सकते हैं.
सौजन्य के मुताबिक चुनाव आयोग अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात करने की तैयारी अभी से कर रहा है. जिससे चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो. सौजन्य का कहना है कि ये बात सच है कि कि चुनावों में कई तरह के प्रलोभन दिए जाते हैं, लेकिन इन सब से निपटने के लिए चुनाव आयोग की टीम के साथ-साथ पुलिस और दूसरी कई टीमें भी लगाई गई हैं. इतना ही नहीं इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम भी लगातार इस पर नजर बनाए हुए है, कि प्रत्याशी कितना खर्च कर रहे हैं. खर्च की सीमा 17 लाख रुपये तय की गई है. इस दौरान कोई भी अनियमितता पाई जाती है, तो दोषी प्रत्याशी पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी.
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चुनाव आयोग लगातार उत्तराखंड के मौसम पर भी नजर बनाए हुए है. सौजन्य का कहना है कि वो लगातार मौसम विभाग के संपर्क में है. उन्हें मौसम विभाग की ओर लगातार जानकारी मिल रही है, उसके आधार पर चुनाव आयोग अपनी तैयारी कर रहा है. जिससे मतदाताओं को वोट करने में कोई भी परेशानी न हो.
सौजन्य ने बताया कि इस बार वोटरों को मतदान के लिए समय से पहले लाने, ठहरने से लेकर उनके खाने-पीने से संबंधित व्यवस्था भी की गई है. दूर दराज वाले क्षेत्रों में वोटरों को वापस छोड़ने के लिए भी चौपर की व्यवस्था भी चुनाव आयोग ने अपनी तरफ से की गई है. जिससे उत्तराखंड में 5 लोकसभा सीटों पर किसी भी तरह से कोई भी मतदाता वोट करने से ना चूके.