देहरादून: कोरोना के कारण प्रदेश में लगाये गये कोरोना कर्फ्यू और बाजारबंदी का असर पर अब राजस्व पर दिखने लगा है. शराब की बिक्री में आई कमी की वजह से आबकारी विभाग को अच्छा खासा नुकसान भुगतना पड़ रहा है. आबकारी विभाग को अब तक 300 करोड़ का नुकसान हो चुका है.
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कोरोना काल के पिछले दो महीने सरकारी खजाने पर भारी पड़े हैं. अब तक अप्रैल और मई महीने में सरकार को करीब 1100 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है.ये राजस्व उसे खुद के संसाधनों से मिलता है. वित्तीय वर्ष के शुरुआती दो महीनों में राज्य सरकार की आर्थिकी के लिए यह बहुत बड़ा झटका है, तो वहीं सबसे ज्यादा राजस्व की हानि आबकारी सेक्टर से हुई है. आबकारी विभाग को अब तक 300 करोड़ का नुकसान हो चुका है.
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अपर आबकारी आयुक्त उदय सिंह राणा ने बताया कि कोरोना काल में सबसे पहले सभी को अपनी सुरक्षा करनी है. यह नुकसान की भरपाई भी धीरे-धीरे की जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि 8 तारीख से उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश में शराब की दुकानें खुल जाएंगी.
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कोविड कर्फ्यू के दौरान शराब की दुकानें बंद होने एक तरफ जहां आबकारी के राजस्व को नुकसान हुआ है तो वहीं इन दिनों शराब की तस्करी भी बढ़ी है. पुलिस हर दिन शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम कर रही है. फिर भी प्रदेश में शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है.