देहरादून: राष्ट्रीय मैराथन महिला धावक ज्योत्सना रावत के साथ सरेआम सड़क पर रोककर आपत्तिजनक इशारे और अभद्रता का संगीन मामला सामने आया है. महिला धावक ने अपने साथ हुई इस घटना के संबंध में उत्तराखंड डीजीपी को ट्वीट करने के साथ ही घटना को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है. वहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने तत्काल देहरादून रायपुर थाने को कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
डीजीपी के निर्देश के बाद थाना रायपुर पुलिस ने ज्योत्सना रावत की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ IPC की धारा 354, 504 छेड़छाड़, धमकी जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
![dehradun.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11014202_letter1.jpg)
ये भी पढ़ेंः खटीमा पुलिस ने 5 वारंटियों को किया गिरफ्तार
इस मामले में महिला मैराथन धावक ज्योत्सना रावत द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत में लिखा है कि वो रविवार (14 मार्च 2021) की शाम रायपुर क्षेत्र के थानों मार्ग पर अपने भाई के साथ दौड़ की प्रैक्टिस करने निकली थी. तभी रास्ते में एक कार रुकी और उसमें सवार युवकों ने पहले आपत्तिजनक इशारे किए और विरोध करने पर गाली-गलौज करते हुए अभद्रता कर धमकी दी गई. महिला की तहरीर के आधार पर थाना रायपुर पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज गाड़ी के नंबर की पहचान करते हुए आरोपियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
कौन हैं ज्योत्सना रावत
ज्योत्सना ने वर्ष 2017 में लेह अल्ट्रा द हाई में 111 किमी की मैराथन 19 घंटे 46 मिनट में पूरी की थी. इस दौड़ को पूरी करने वाली ज्योत्सना पहली भारतीय महिला हैं. लेह में आयोजित इस मैराथन में ज्योत्सना के पिता यशवंत सिंह ने भी हिस्सा लिया था..यशवंत सिंह बीएसएफ के डिप्टी कमांडर है.
जानकारी के मुताबिक ज्योत्सना ने स्कूलिंग के बाद देहरादून के मालदेवता पहाड़ी क्षेत्र से मसूरी के ऊंचाई वाले धनौल्टी क्षेत्र तक 'गढ़वाल रत्न' मैराथन 78 किलोमीटर की दौड़ को पूरा किया. इस आयोजन के बाद ही उन्हें 'लेह अल्ट्रा द हाई' मैराथन में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था.