देहरादून: हर साल 19 दिसंबर को विश्व शौचालय दिवस (World Toilet Day) मनाया जाता है. साल 2001 में इस दिवस को मनाने की शुरुआत विश्व शौचालय संगठन की ओर से की गई थी. जिसके बाद साल 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनओ) ने इसे अधिकारिक तौर पर विश्व शौचालय दिवस घोषित कर दिया था.
World Toilet Day मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को शौचालय के इस्तेमाल के प्रति जागरूक करना है. इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) करने के लिए अभियान चलाया था. इस अभियान को सफल बनाने में देहरादून नगर निगम को ओडीएफ डबल प्लस का दर्जा प्राप्त हुआ है.
World Toilet Day पर ईटीवी भारत की टीम ने देहरादून शहर में मौजूद सार्वजनिक शौचालयों का रियलिटी चेक किया गया. जिसके माध्यम से हम आपको यह दिखाना चाहते हैं कि आखिर शहर के सार्वजनिक शौचालयों में साफ-साफाई की वास्तविक स्थिति क्या है?
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ईटीवी भारत की टीम ने देहरादून के घंटाघर और राजपुर रोड में मौजूद कुछ सार्वजनिक शौचालयों का रियलिटी चेक किया. इस दौरान अधिकांश सार्वजनिक शौचालयों में सफाई व्यवस्था काफी बेहतर दिखी. कुछ शौचालयों में तो महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकिन की व्यवस्था के साथ वेस्ट सैनिटरी नैपकिन क्रशर मशीन भी लगी मिली.
शहर के सार्वजनिक शौचालय के बारे में जानकारी देते हुए मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि वर्तमान में लगभग 32 सार्वजनिक शौचालय हैं. जरूरत के मुताबिक, शहर के अन्य इलाकों में भी सार्वजनिक शौचालय खोले जा रहे हैं. दूसरी तरफ ओएनजीसी की ओर से भी 80 टॉयलेट सीट्स लगाने के लिए फंड दिया गया है जिसका कार्य प्रगति पर है.