देहरादून: कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच बीती 19 मई से केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत प्रदेश के सभी सैलून, स्पा सेंटर और ब्यूटी पार्लर को खोलने की अनुमति प्रदान कर दी गई थी. ऐसे में ईटीवी भारत ने आज शहर के कुछ ब्यूटी पार्लर और सैलून का रियलिटी चेक किया और जानने का प्रयास किया कि आखिर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ब्यूटी पार्लर और सैलून संचालक किस तरह के एहतियात बरत रहे हैं.
बता दें, देहरादून शहर में लगभग 3000 से ज्यादा सैलून और ब्यूटी पार्लर हैं. इस व्यवसाय से लगभग 10 हजार लोग जुड़े हुए हैं. करीब 2 महीने के लॉकडाउन के बाद अब इन ब्यूटी पार्लर और सैलून का संचालन फिर से शुरू हुआ है. ऐसे में सभी ब्यूटी पार्लर और सैलून के संचालक कोरोना संक्रमण और सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं.
सैलून और ब्यूटी पार्लर में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए विभिन्न तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए समय-समय पर सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. इसके साथ ही ग्राहकों के लिए डिस्पोजेबल किट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. सैलून के सभी कर्मचारी डिस्पोजेबल कॉस्टयूम का इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं, छोटे सैलून की कमाई कम होने की वजह से यहां डिस्पोजेबल किट का इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है, लेकिन एहतियात बरतते हुए हैंड सैनिटाइजर, मास्क और ग्लव्स का इस्तेमाल किया जा रहा है.
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ब्यूटी पार्लर और सैलून संचालकों के मुताबिक लोगों में कोरोना की दहशत इस कदर है कि अब भी बहुत कम लोग सैलून और ब्यूटी पार्लर नहीं आ रहे हैं. सैलून संचालकों का मानना है कि उन्हें नहीं लगता कि इतनी जल्दी लोगों के मन से कोरोना का भय निकल पाएगा. कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने का कारण अभी बिजनेस को रफ्तार पकड़ने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है.
राज्य सरकार ने ब्यूटी पार्लर, सैलून और स्पा के संचालन की अनुमति तो दे दी है, लेकिन लॉकडाउन के बाद इनका काम धीमा पड़ गया है. हालांकि, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सैलून और ब्यूटी पार्लर संचालक पूरी एहतियात बरत रहे हैं. सैलून के सभी कर्मचारी डिस्पोजेबल कॉस्टयूम और डिस्पोजेबल किट का इस्तेमाल कर रहे हैं.