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आत्मनिर्भर उत्तराखंड के निर्माण के लिए एनर्जी सेक्टर बहुत जरूरी: CM धामी

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन की 13 परियोजनाओं का लोकार्पण किया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर उत्तराखंड के निर्माण के लिए ऊर्जा सेक्टर बहुत महत्वपूर्ण है. उत्तराखंड न सिर्फ अपना बल्कि पूरे देश की ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने में संभव है.

CM Pushkar Singh Dhami
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
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Published : Jun 12, 2022, 4:19 PM IST

Updated : Jun 12, 2022, 8:25 PM IST

देहरादून: रविवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन की 13 परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इन परियोजनाओं में 13 यूपीसीएल और सिडकुल के दो प्रोजेक्ट शामिल हैं. इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि इन योजनाओं के धरातल पर उतरने के बाद प्रदेश में विद्युत कटौती कम से कम होगी.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर उत्तराखंड के निर्माण के लिए ऊर्जा का सेक्टर बहुत महत्वपूर्ण है. इन योजनाओं से मुख्य रूप से विद्युत आपूर्ति और गुणवत्ता में सुधार होने के कारण जनता को सुविधा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में एक नई कार्य संस्कृति आई है, जो कानून जनोपयोगी नहीं है. उसे केंद्र सरकार द्वारा समाप्त कर दिया गया है, हम भी उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड न सिर्फ अपना बल्कि पूरे देश की ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने में संभव है. हमारे प्रदेश में जल विद्युत की अपार संभावनाएं हैं. हम 20,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने की क्षमता रखते हैं. हमारी सरकार जिन योजनाओं का शिलान्यास करती है, उनका लोकार्पण भी करती है. इस दिशा में हम लगातार कार्य कर रहे हैं.
पढ़ें- तीसरी बार कैंसिल हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा, KMVN को करीब 12 करोड़ रुपए का घाटा

इन परियोजनाओं का किया गया लोकार्पण

  • 2X3 MVA, 33/11 के.वी. उप संस्थान सोनप्रयाग एवं 33 केवी गुप्तकाशी सोनप्रयाग लाइन-केदारनाथ की विद्युत आपूर्ति के सुदृढ़ीकरण के लिए.
  • 33 केवी सिमली- नंदप्रयाग लाइन बद्रीनाथ धाम की विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए.
  • 2X8 MVA, 33/11 केवी जीआईएस उप संस्थान ऋषिकेश.
  • 2X10 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान कनखल, हरिद्वार.
  • 2X10 MVA 3/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, पनियाला, रुड़की.
  • 2X5 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, अल्मोड़ा.
  • 2X10 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, रुद्रपुर.
  • 2X10 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, किच्छा, उधमसिंहनगर.
  • 2X10 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, काठगोदाम, हल्द्वानी.
  • 2X3 MVA 33/11 केवी उपसंस्थान, आराकोट, उत्तरकाशी.
  • 2X5 MVA 33/11 केवी उपसंस्थान, असकोट, पिथौरागढ़.
  • 220 KV व्यासी देहरादून डबल सर्किट लाइन.
  • 2X50MVA 220/33 केवी उप संस्थान, जाफरपुर, उधमसिंह नगर.

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है. हमारी सरकार ने प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लेकर कमेटी गठित कर दी है. यह कमेटी सभी स्टेकहोल्डर से बातचीत कर फ़ाइनल ड्राफ़्ट तैयार करेगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण का कार्य जारी है. केदारनाथ धाम में मंदिर प्रांगण के पुनर्निर्माण के साथ ही शंकराचार्या की भव्य और दिव्य प्रतिमा स्थापित की गई है. उत्तराखण्ड के हर परिवार से लोग सेना और अर्धसैनिक बल के रूप में सेवा कर रहे हैं.

देहरादून: रविवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन की 13 परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इन परियोजनाओं में 13 यूपीसीएल और सिडकुल के दो प्रोजेक्ट शामिल हैं. इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि इन योजनाओं के धरातल पर उतरने के बाद प्रदेश में विद्युत कटौती कम से कम होगी.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर उत्तराखंड के निर्माण के लिए ऊर्जा का सेक्टर बहुत महत्वपूर्ण है. इन योजनाओं से मुख्य रूप से विद्युत आपूर्ति और गुणवत्ता में सुधार होने के कारण जनता को सुविधा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में एक नई कार्य संस्कृति आई है, जो कानून जनोपयोगी नहीं है. उसे केंद्र सरकार द्वारा समाप्त कर दिया गया है, हम भी उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड न सिर्फ अपना बल्कि पूरे देश की ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने में संभव है. हमारे प्रदेश में जल विद्युत की अपार संभावनाएं हैं. हम 20,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने की क्षमता रखते हैं. हमारी सरकार जिन योजनाओं का शिलान्यास करती है, उनका लोकार्पण भी करती है. इस दिशा में हम लगातार कार्य कर रहे हैं.
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इन परियोजनाओं का किया गया लोकार्पण

  • 2X3 MVA, 33/11 के.वी. उप संस्थान सोनप्रयाग एवं 33 केवी गुप्तकाशी सोनप्रयाग लाइन-केदारनाथ की विद्युत आपूर्ति के सुदृढ़ीकरण के लिए.
  • 33 केवी सिमली- नंदप्रयाग लाइन बद्रीनाथ धाम की विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए.
  • 2X8 MVA, 33/11 केवी जीआईएस उप संस्थान ऋषिकेश.
  • 2X10 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान कनखल, हरिद्वार.
  • 2X10 MVA 3/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, पनियाला, रुड़की.
  • 2X5 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, अल्मोड़ा.
  • 2X10 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, रुद्रपुर.
  • 2X10 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, किच्छा, उधमसिंहनगर.
  • 2X10 MVA 33/11 केवी जीआईएस उपसंस्थान, काठगोदाम, हल्द्वानी.
  • 2X3 MVA 33/11 केवी उपसंस्थान, आराकोट, उत्तरकाशी.
  • 2X5 MVA 33/11 केवी उपसंस्थान, असकोट, पिथौरागढ़.
  • 220 KV व्यासी देहरादून डबल सर्किट लाइन.
  • 2X50MVA 220/33 केवी उप संस्थान, जाफरपुर, उधमसिंह नगर.

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है. हमारी सरकार ने प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लेकर कमेटी गठित कर दी है. यह कमेटी सभी स्टेकहोल्डर से बातचीत कर फ़ाइनल ड्राफ़्ट तैयार करेगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण का कार्य जारी है. केदारनाथ धाम में मंदिर प्रांगण के पुनर्निर्माण के साथ ही शंकराचार्या की भव्य और दिव्य प्रतिमा स्थापित की गई है. उत्तराखण्ड के हर परिवार से लोग सेना और अर्धसैनिक बल के रूप में सेवा कर रहे हैं.

Last Updated : Jun 12, 2022, 8:25 PM IST
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