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मिशन रेल कर्मयोगी के तहत रेलवे कर्मचारियों की ट्रेनिंग जारी, यात्रियों को मिलेगा सुखद अनुभव - रेल कर्मचारियों में सेवा भाव

मुरादाबाद मंडल के 6 स्टेशनों बरेली, देहरादून, हरिद्वार, हापुड़, शाहजहांपुर, हरदोई के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को मिशन रेल कर्मयोगी के तहत ट्रेनिंग दी जा रही है. देहरादून रेलवे स्टेशन में 103 फ्रंटलाइन स्टाफ हैं, जिसमें से 80 कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है.

मिशन रेल कर्मयोगी ट्रेनिंग
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Published : May 13, 2022, 3:55 PM IST

Updated : May 13, 2022, 4:06 PM IST

देहरादूनः रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग राज्यों से यात्री आते हैं. ऐसे में यात्रियों के साथ फ्रंट लाइन कर्मचारियों की ओर से किस तरह का व्यवहार करना है, उसके लिए मुरादाबाद मंडल ने 6 स्टेशनों पर मिशन रेल कर्मयोगी की क्लास शुरू की है. जिसमें स्टेशन के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य रेल कर्मचारियों में सेवा भाव बढ़ाकर उन्हें सकारात्मकता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार करना है. ताकि रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान एक सुखद अनुभव मिले.

बता दें कि मिशन रेल कर्मयोगी (Mission Rail Karmayogi) के तहत मुरादाबाद मंडल के 6 स्टेशनों बरेली, देहरादून, हरिद्वार, हापुड़, शाहजहांपुर, हरदोई रेलवे स्टेशनों के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. मंडल में एक हजार से ज्यादा कर्मचारियों को रेल कर्मयोगी का प्रशिक्षण दिया जा चुका है. मुरादाबाद मंडल मिशन रेल कर्मयोगी के अंर्तगत अपने फ्रंटलाइन स्टाफ को नागरिक केंद्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से अपग्रेड और प्रशिक्षित कर रहा है.

रेलवे कर्मचारियों की ट्रेनिंग.

ये भी पढ़ेंः यात्रीगण ध्यान दें: काठगोदाम, मुरादाबाद और देहरादून रूट पर कई ट्रेनें निरस्त

प्रशिक्षण से रेलवे आम नागरिकों के सामने आने वाली कठिनाइयों के प्रति अपनी जवाबदेही सुनिश्चित कर रही है. इसे यात्रियों के लिए और भी अनुकूल बना रही है. मंडल में फ्रंटलाइन कर्मचारियों, जिनमें ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर्स, स्टेशन मास्टर्स, बुकिंग क्लर्क, पार्सल क्लर्क और गुड्स क्लर्क होंगे. मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य रेल कर्मचारियों की कार्य दक्षता बढ़ाना, यात्रियों के प्रति उनकी जवाबदेही सुनिश्चित करना, उनकी कार्य क्षमता का 100 फीसदी प्रयोग करना आदि है.

साथ ही रेल कर्मचारियों में सेवा-भाव बढ़ाकर उन्हें सकारात्मकता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार करना है. ताकि रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान एक सुखद अनुभव मिले. मास्टर ट्रेनर मिशन रेल कर्मयोगी के कमल धीमान ने बताया कि मिशन रेल कर्मयोगी में हम सभी फ्रंटलाइन कर्मचारियों को यात्रियों के सुविधा के प्रति जागरूक बना रहे हैं. यात्रियों के लिए रेलवे एक संगठन का हिस्सा है, लेकिन यात्रियों की सेवा करने के साथ रेलवे कर्मचारियों के अंदर गुण भी पैदा कर रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः रेल विकास निगम बनाएगा चौरास स्टेडियम, केदारनाथ आपदा में हुआ था क्षतिग्रस्त

इस ट्रेनिंग में बताया जा रहा है कि अगर हम यात्रियों की सेवा करते हैं तो हमारे अंदर भी आत्म संतुष्टि और शांति मिलती है. मिशन कर्मयोगी के जरिए दी जा रही ट्रेनिंग से यात्रियों के साथ ही कर्मचारियों का भी फायदा होगा. उन्होंने बताया कि देहरादून रेलवे स्टेशन में 103 फ्रंटलाइन स्टाफ हैं, जिसमें से 80 कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है.

देहरादूनः रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग राज्यों से यात्री आते हैं. ऐसे में यात्रियों के साथ फ्रंट लाइन कर्मचारियों की ओर से किस तरह का व्यवहार करना है, उसके लिए मुरादाबाद मंडल ने 6 स्टेशनों पर मिशन रेल कर्मयोगी की क्लास शुरू की है. जिसमें स्टेशन के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य रेल कर्मचारियों में सेवा भाव बढ़ाकर उन्हें सकारात्मकता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार करना है. ताकि रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान एक सुखद अनुभव मिले.

बता दें कि मिशन रेल कर्मयोगी (Mission Rail Karmayogi) के तहत मुरादाबाद मंडल के 6 स्टेशनों बरेली, देहरादून, हरिद्वार, हापुड़, शाहजहांपुर, हरदोई रेलवे स्टेशनों के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. मंडल में एक हजार से ज्यादा कर्मचारियों को रेल कर्मयोगी का प्रशिक्षण दिया जा चुका है. मुरादाबाद मंडल मिशन रेल कर्मयोगी के अंर्तगत अपने फ्रंटलाइन स्टाफ को नागरिक केंद्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से अपग्रेड और प्रशिक्षित कर रहा है.

रेलवे कर्मचारियों की ट्रेनिंग.

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प्रशिक्षण से रेलवे आम नागरिकों के सामने आने वाली कठिनाइयों के प्रति अपनी जवाबदेही सुनिश्चित कर रही है. इसे यात्रियों के लिए और भी अनुकूल बना रही है. मंडल में फ्रंटलाइन कर्मचारियों, जिनमें ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर्स, स्टेशन मास्टर्स, बुकिंग क्लर्क, पार्सल क्लर्क और गुड्स क्लर्क होंगे. मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य रेल कर्मचारियों की कार्य दक्षता बढ़ाना, यात्रियों के प्रति उनकी जवाबदेही सुनिश्चित करना, उनकी कार्य क्षमता का 100 फीसदी प्रयोग करना आदि है.

साथ ही रेल कर्मचारियों में सेवा-भाव बढ़ाकर उन्हें सकारात्मकता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार करना है. ताकि रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान एक सुखद अनुभव मिले. मास्टर ट्रेनर मिशन रेल कर्मयोगी के कमल धीमान ने बताया कि मिशन रेल कर्मयोगी में हम सभी फ्रंटलाइन कर्मचारियों को यात्रियों के सुविधा के प्रति जागरूक बना रहे हैं. यात्रियों के लिए रेलवे एक संगठन का हिस्सा है, लेकिन यात्रियों की सेवा करने के साथ रेलवे कर्मचारियों के अंदर गुण भी पैदा कर रहे हैं.

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इस ट्रेनिंग में बताया जा रहा है कि अगर हम यात्रियों की सेवा करते हैं तो हमारे अंदर भी आत्म संतुष्टि और शांति मिलती है. मिशन कर्मयोगी के जरिए दी जा रही ट्रेनिंग से यात्रियों के साथ ही कर्मचारियों का भी फायदा होगा. उन्होंने बताया कि देहरादून रेलवे स्टेशन में 103 फ्रंटलाइन स्टाफ हैं, जिसमें से 80 कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है.

Last Updated : May 13, 2022, 4:06 PM IST
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