नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट में जयपुर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय सीनियर वॉलीबाल प्रतियोगिता में उत्तराखंड के खिलाड़ियों के प्रतिभाग मामले में आज सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान विशेष खेल सचिव और अतिरिक्त निदेशक वर्जुअली कोर्ट में पेश हुए. इन अधिकारियों को कल 27 दिसंबर को भी वर्चुअल पेश होने के निर्देश दिए गए.
बता दें कि खिलाड़ी प्रशांत सिंह बिष्ट की ओर से दायर याचिका पर न्यायाधीश आलोक वर्मा की पीठ में सुनवाई हुई. सुनवाई में कहा गया कि वॉलीबाल फेडरेशन ऑफ इंडिया (वीएफआई) की तदर्थ कमेटी की ओर से जयपुर में आगामी 7 जनवरी से 13 जनवरी, 2025 के बीच राष्ट्रीय स्तर की सीनियर वॉलीबाल (महिला-पुरूष) प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है.
इसमें अधिकांश राज्यों की टीमें भाग ले रही हैं. उत्तराखंड की टीम को भी भाग लेने के लिए बुलाया गया है. प्रदेश के खेल महकमे की ओर से 11 दिसंबर, 2024 को तीन सदस्यीय कमेटी के गठन के साथ-साथ 16 दिसंबर से देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में ट्रायल किये जाने का फैसला लिया गया, लेकिन 12 दिसंबर को अतिरिक्त खेल निदेशक ने ट्रायल पर रोक लगा दी.
याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि वॉलीबाल फेडरेशन ऑफ इंडिया में गुटबाजी के चलते वर्ष 2019 से अब तक पांच सालों में कोई भी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता नहीं हो पाई है, जिससे खिलाड़ियों को खेलने का अवसर नहीं मिल पाया है. याचिकाकर्ता की ओर से अदालत से जयपुर प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को भाग लेने की अनुमति देने की मांग की गई है.
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