ऋषिकेश: चारधाम में बीमारियों के कारण लगातार तीर्थ यात्रियों की मौत हो रही है. 9 दिनों के अंदर 22 तीर्थयात्री चारधाम यात्रा मार्ग पर दम तोड़ चुके हैं. ऐसे में सरकार की चिंता बढ़ गई है. वहीं, चारधाम को लेकर सरकार ने जो तैयारियां की हैं, उन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसे में सरकार और स्वास्थ्य विभाग अब हरकत में आये हैं. यही कारण है कि अब ऋषिकेश के बीटीसी कैंपस में पहले बुर्जुग तीर्थयात्रियों की मेडिकल जांच की जाएगी. उसके बाद उन्हें आगे यात्रा पर भेजा जाएगा.
प्रशासन की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी बुजुर्ग यात्री को बिना मेडिकल जांच के चारधाम यात्रा पर न जाने दिया जाए. अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह ने संयुक्त यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड (बीटीसी) में यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया. इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ये निर्देश दिए.
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अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह को निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई के लेकर अन्य सभी तरह के इंतजाम सही मिले. अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह ने कहा कि तीर्थदर्शन को आने वाले बुजुर्ग यात्रियों के हेल्थ चेकअप को लेकर प्रशासन पूरी तरह से गंभीर है. इसी के मद्देनजर बीटीसी कैंपस में स्वास्थ्य परीक्षण केंद्र स्थापित किया गया है. केंद्र पर बुजुर्ग यात्री स्वास्थ्य की जांच करा सकते हैं.
इसके अलावा चारधाम यात्रा मार्ग पर अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र स्थापित है. बुजुर्ग तीर्थयात्री इन केंद्रों पर भी स्वास्थ्य की जांच करा सकते हैं. सरकार और प्रशासन यात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ उनकी सेहत को लेकर भी पूरी तरह से गंभीर है.
2 लाख तीर्थयात्री कर चुके चारधाम दर्शन: उत्तराखंड पर्यटन विभाग के अनुसार अब तक 2 लाख श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. इनमें सबसे ज्यादा 77 हजार से अधिक श्रद्धालु जा चुके हैं. गंगोत्री धाम के दर्शन करीब 50 हजार श्रद्धालु कर चुके हैं. यमुनोत्री धाम 46 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं. बदरीनाथ धाम में 30 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं.