देहरादून/जसपुरः प्रदेश में संग्रह अमीनो को नायब तहसीलदार पद पर पदोन्नति देने को लेकर राजस्व उपनिरीक्षक, निरीक्षक, लेखपाल और कानूनगो विरोध में उतर गए हैं. इसके लिए 10 जून से 15 जून तक दो घंटे कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया है. इस दौरान सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक कोई काम नहीं किया जाएगा.
इसी क्रम में मंगलवार को तहसील दिवस होने पर सुबह से ही लोगों की भीड़ लग गई, लेकिन कार्य बहिष्कार के चलते 2 घंटे का इंतजार करना पड़ा. हालांकि बाद में पटवारी और लेखपालों ने काम संभाला. लेखपालों और पटवारी के काउंटर के बाहर लंबी कतारें लग गईं, लेकिन राजस्व उपनिरीक्षक, निरीक्षक, लेखपाल और कानूनगो अपनी मांगों को लेकर दो घंटे तक कार्य बहिष्कार पर रहे. इस दौरान उन्होंने संग्रह अमीन को नायब तहसीलदार पद पर पदोन्नति देने का फैसला वापस लेने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की.
वहीं, कई लोग वृद्धा, विधवा, दिव्यांग, पेंशन समेत कई कागजात के सत्यापन के लिए पहुंचे. साथ ही आय और जाति प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर पटवारी-लेखपालों का इंतजार करते रहे, लेकिन धरने पर बैठे पटवारी और लेखपालों ने सरकारी कामकाज से दूरी बनाए रखी. पेंशन के सत्यापन संबंधित कार्य को लेकर तहसील पहुंची में राजकुमारी ने बताया कि वो सुबह ही आ गई थीं, लेकिन पटवारी के धरने पर बैठने से उन्हें दो घंटे का इंतजार करना पड़ा है.
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उत्तराखंड लेखपाल संघ के प्रांतीय महामंत्री राधे श्याम पैन्यूली ने बताया कि वो अमीनो को 6 प्रतिशत का कोटा नहीं देने की मांग कर रहे हैं. पहले ही इन पदों की संख्या काफी कम है. सरकार भी लगातार इन पदों को घटा रही है. ऐसे में उनकी पदोन्नति घट जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार अमीनो की पदोन्नति के संबंध में कोई शासनादेश निर्गत करती है तो वो पूरी तरह से कार्य बहिष्कार कर आंदोलन करेंगे.
जसपुर में पटवारी ने किया कार्य बहिष्कार
उत्तराखंड लेखपाल महामंच के आह्वान पर जसपुर जहसील में भी कार्यरत लेखपालों ने अपनी मांगों के समर्थन में कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है. इसी क्रम में मंगलवार को तहसील परिसर में अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान लेखपालों ने बताया कि सरकार ने संग्रह अमीनों को 6 प्रतिशत कोटा दिया है. जिसका वो विरोध कर रहे हैं. इस दौरान लेखपालों ने तहसीलदार जोगा सिंह ने मामले को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. जिसमें उन्होंने मांगों पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की.