देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना के प्रभाव के चलते उत्तराखंड के सरकारी विभागों को पेपरलेस कर ई-ऑफिस में तब्दील करने की कवायद तेज हो गई है. सरकारी विभागों में सोशल डिस्टेंसिंग और फाइलों इत्यादि द्वारा किसी तरह से कोई संक्रमण ना फैले. इसको लेकर ई-ऑफिस कार्य को मुफीद माना जा रहा है. हालांकि सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और समय की जरूरत के मुताबिक पेपरलेस कर ई-ऑफिस की कार्य योजना पहले से चल रही है. ई-ऑफिस में तेजी लाने के मद्देनजर लगातार ट्रेनिंग चल रही है. वर्तमान समय में 450 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
उत्तराखंड आइटीडीए विभाग ई-ऑफिस होने के चलते सचिवालय और डायरेक्ट्रेट के बीच काम करने का तरीका पूरी तरह से पेपरलेस हो चुका है. इतना ही नहीं सभी निदेशालय और सचिवालय के बीच भी कार्य करने का तरीका पेपरलेस के जरीए हो रहा है. अगले 2 दिनों में सचिवालय के 16 विभाग पेपरलेस होकर ई-ऑफिस में तब्दील हो जाएंगे.
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आइटीडीए निदेशक अमित सिन्हा के मुताबिक अगले एक-दो दिनों में सचिवालय के 16 विभाग भी पूरी तरह से पेपरलेस हो जाएंगे. इस कार्य के लिए सभी अधिकारी कर्मचारियों के डिजिटल हस्ताक्षर तैयार होने के साथ ही ई-ऑफिस ट्रेनिंग जैसी सभी तरह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. 11 अन्य सरकारी विभाग भी जल्द ही ई-ऑफिस के लिए तैयार होंगे.
वहीं निदेशक अमित सिन्हा यह मानते हैं कि जानलेवा कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग और किसी भी वस्तु के कॉन्टेक्ट में आने से संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए ई-ऑफिस कार्य में तेजी आई है. ऐसे में पेपरलेस ऑफिस के साथ सभी मीटिंग्स को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरीए किया जा रहा है.