देहरादून: अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से घिरे हुए उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर के जरिए क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है. इस कड़ी में दूसरे हेलीकॉप्टर समिट के दौरान क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करने और आपातकालीन स्थितियों में इसके उपयोग को लेकर चर्चा की गई. नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था.
केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत हेलीकॉप्टर सेवा को शुरू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य है. इस योजना में उत्तराखंड सरकार की एक्टिविटीज को देखते हुए उत्तराखंड को प्रोएक्टिव पुरस्कार दिया गया है. राज्य सरकार ने देहरादून में वेबिनार के जरिए दूसरे हेलीकॉप्टर सभी को शुरू किया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार और फिक्की द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस सम्मेलन में देश में हेली सेवाओं की स्थिति एवं संभावनाओं पर चर्चा की गई. इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा 'हेलीकॉप्टर द्वारा क्षेत्रीय संपर्क में मजबूती और आपात स्थिति में अवसर' पर अपने विचार भी रखे.
जॉलीग्रांट एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप और पंतनगर एयरपोर्ट ग्रीन एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है. वर्तमान में राज्य में 50 हेलीपैड स्थापित हैं, जबकि राज्य में अतिरिक्त हेलीपैडों की स्थापना के लिए भारत सरकार से अनुरोध किया जा रहा है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले साल राज्य में देश के पहले हेलिकॉप्टर समिट का आयोजन किया था, जो सफल रहा था. इस सम्मेलन में कई सुझाव भी प्राप्त हुए थे. इसकी एसओपी और गाइडलाइन भी जारी की गई थी. विगत एक वर्ष में हेली सेवाओं में काफी विस्तार हुआ है. इस बार कोरोना के कारण वर्चुअल समिट का आयोजन करना पड़ रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि ये संकट जल्द खत्म होगा और शीघ्र जीवन सामान्य होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेली सेवाएं हमारे राज्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं. उत्तराखंड उड़ान योजना 2.0 के अंतर्गत हैलीकॉप्टर सेवाएं आरंभ करने वाला पहला राज्य है. योजना के अंतर्गत बेहतर कार्य करने के लिए राज्य को प्रोएक्टिव पुरुस्कार भी प्रदान किया गया है. उत्तराखंड में तमाम तरह के आकर्षण है. उत्तराखंड के साथ-साथ देवस्थान, नेशनल पार्क हिमालय, औली और हर्षिल जैसे सुरम्य प्राकृतिक स्थल है. राज्य में उड़ान सेवा 2.0 के अधीन पवन हंस द्वारा देहरादून, टिहरी, श्रीनगर हेली सेवा आरंभ की गई है. राज्य में मॉनसून के समय कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आपात स्थिति में हेलीसेवा बेहतर सेवा है. अभी पिथौरागढ़ में आई आपदा के दौरान 55 लोगों को हेलीकॉप्टर द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. उत्तराखंड आपदा के लिहाज से बहुत संवेदनशील रहा है. इसलिए किसी तरह की आपदा में राहत और बचाव कार्यों में हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कई लोगों की जान बचा रहा है.
उन्होंने कहा कि भविष्य में हल्द्वानी, अल्मोड़ा, धारचूला को भी उड़ान योजना से जोड़ा जाएगा. गौचर के साथ गुप्तकाशी और बड़कोट के लिए सेवा आरंभ करने के प्रयास किए जा रहे हैं. कोविड-19 के संक्रमण से बचाव को लकेर यात्रियों को पूर्ण रूप से स्क्रीनिंग की जा रही है. साथ ही भारत सरकार की सभी गाइडलाइन्स का पालन किया जा रहा है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना से प्रदेश देश के कई प्रमुख शहर हवाई सेवाओं से जुड़े हैं. देहरादून अब बेंगलरू, हैदराबाद, वाराणासी, मुंबई, जयपुर, अमृतसर जैसे शहरों से सीधी फ्लाइट से जुड़ा है. पंतनगर एयरपोर्ट को ग्रीन एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है. यह राज्य का पहला ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट होगा. इसके लिए भूमि चयनित कर ली गई है. पिथौरागढ़ एयरपोर्ट पर भी सुविधाएं बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं. पंतनगर कृषि प्रधान जनपद होने के कारण यहां के एग्रोवेस और फ्रोजन उद्योग, राइस, सीजनी सब्जियों, फलों और फूलों को विदेशों में निर्यात करने से किसानों को भी अच्छा फायदा होगा.