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कोरोना इफेक्ट: मंदी से जूझ रहे व्यापारी, त्योहार पर बाजार से गायब रौनक

पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का संकट गहराया हुआ है, ऐसे में कोरोना काल में राखी का पवित्र त्योहार भी इससे अछूता नहीं है. कोरोना के चलते इस बार रक्षाबंधन के मौके पर बाजारों में राखियों कि खरीददारी में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.

Kaladungi
रक्षाबंधन से पहले बाजारों में छाई रही मंदी
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Published : Aug 2, 2020, 7:17 PM IST

Updated : Aug 2, 2020, 7:44 PM IST

देहरादून: पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का संकट गहराया हुआ है, ऐसे में कोरोना काल में राखी का पवित्र त्योहार भी इससे अछूता नहीं रहा. कोरोना के चलते इस बार रक्षाबंधन के मौके पर बाजारों में राखियों की खरीदारी में भारी गिरावट देखने को मिल रही है, जिसके चलते राखी व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है. प्रदेश के कई जिलों के बाजारों में इसका असर देखने को मिला है, जैसे हरिद्वार, लक्सर, खटीमा, कालाढूंगी के बाजारों में इसका असर देखने को मिला है.

  • हरिद्वार

हरिद्वार की बात करें तो यहां के बाजार भी इस बार खाली पड़े हुए हैं. हर साल हरिद्वार में इन दिनों बाजारों में राखियां खरीदने के लिए बहनों की भारी भीड़ हुआ करती थी. मगर, कोरोना के कारण इस बार सभी बाजार राखी से एक दिन पहले भी सूने पड़े हैं, जिससे अब दुकानदारों की आस भी टूटती नजर आ रही है.

हरिद्वार के राखी व्यापारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते जहां हम इस वक्त तक कम से कम अपनी 90 परसेंट राखियां बेच दिया करते थे. वहीं, इस बार 10 से 20 परसेंट ही बेच पाए हैं, साथ ही उनका कहना है कि इस बार ऑनलाइन राखी भी भारी मात्रा में भेजी गई हैं, जिसके चलते लोग कोरोना के डर से बाजारों में राखी खरीदने बहुत कम आ रहे हैं.

  • लक्सर

लक्सर में भी कोरोना ने रक्षाबंधन के त्योहार पर अपना असर डाला है. इस बार करोना वायरस के चलते यातायात के सभी साधन बंद होने के कारण रक्षाबंधन पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है. हर साल बाजारों में रौनक चहल पहल रहती थी मगर इस बार ना ही ग्राहक दिखाई दे रहे हैं. दुकानदार भी माल लगाए बैठे हैं. ऐसे में बिना ग्राहक उनके माथे पर भी चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही है. कोरोना संक्रमण के चलते लोग मिठाई लेने में भी संकोच कर रहे हैं.

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वहीं, दुकानदारों का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण जैसे हर बार दुकानदारी होती थी इस बार बहुत कम दुकानदारी हुई है. लोग इस बार मिठाई खरीदने में भी परहेज कर रहे हैं, हर कोई भयभीत नजर आ रहा है. वहीं, इस पर राखी बेचने वाले दुकानदारों से बात की गई तो उनका भी साफ तौर से कहना था कि कोरोना के चलते इस बार राखी की सेल बहुत कम हो रही है, साथ ही बताया कि इस बार बाजारों में चाइना की राखियां नजर नहीं आ रही है. ऐसे में स्वदेशी राखियां ही बाजारों में बिक रही है और लोग भी स्वदेशी राखियां ही पसंद कर रहे हैं.

  • खटीमा

वहीं, उधम सिंह नगर के खटीमा कि बात करे तो यहां भी इस बार कोरोना के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. बाजार में ग्राहकों की कमी के चलते जहां दुकानदार काफी परेशान है तो वहीं, चाइनीज राखी ना आने के कारण आम राखियों के भाव में भी काफी तेजी देखने को मिल रही है.

खटीमा के खड़ंजा बाजार पर जहां हर साल राखी के अवसर पर बाजार ग्राहकों से गुलजार रहते थे. वहीं, इस बार दुकानदारों की राखी की स्टॉल पर खाली पड़े हुए है. जिसके चलते राखी की दुकान सजा कर बैठे दुकानदार भी खासा परेशान हैं. दुकानदारों का कहना है कि कोविड-19 के चलते राखी के अवसर पर राखी की दुकानों में सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं, अधिकतर दुकानदारों ने इस बार चाइनीज राखी नहीं मंगवाई है, साथ ही जो ग्राहक दुकान पर आ रहे हैं, वो भी चाइनीज राखी की मांग नहीं कर रहे हैं.

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व्यापारियों ने बताया कि हमने इस बार आस लगाई थी कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन से रक्षाबंधन काफी मददगार सिद्ध होगा, मगर सरकार द्वारा लगाई गई बाजार खोलने की पाबंदी और कोरोना डर इस साल रक्षाबंधन पर भी भारी पड़ गया है. जिससे सभी व्यापारियों को इस बार काफी नुकसान उठाना पड़ा है.

  • कालाढूंगी

कालाढूंगी के राखी व्यापारियों ने बताया कि इस बार का राखी का त्योहार फीका नजर आ रहा है. ऐसे में काफी कम लोग ही बाजार का रुख कर रहे हैं, जिससे राखी की खरीदारी में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. राखी व्यापारी मनोज बिष्ट ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी रखी का त्योहार मनाया जा रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार का ये त्योहार फीका नजर आ रहा है.

देहरादून: पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का संकट गहराया हुआ है, ऐसे में कोरोना काल में राखी का पवित्र त्योहार भी इससे अछूता नहीं रहा. कोरोना के चलते इस बार रक्षाबंधन के मौके पर बाजारों में राखियों की खरीदारी में भारी गिरावट देखने को मिल रही है, जिसके चलते राखी व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है. प्रदेश के कई जिलों के बाजारों में इसका असर देखने को मिला है, जैसे हरिद्वार, लक्सर, खटीमा, कालाढूंगी के बाजारों में इसका असर देखने को मिला है.

  • हरिद्वार

हरिद्वार की बात करें तो यहां के बाजार भी इस बार खाली पड़े हुए हैं. हर साल हरिद्वार में इन दिनों बाजारों में राखियां खरीदने के लिए बहनों की भारी भीड़ हुआ करती थी. मगर, कोरोना के कारण इस बार सभी बाजार राखी से एक दिन पहले भी सूने पड़े हैं, जिससे अब दुकानदारों की आस भी टूटती नजर आ रही है.

हरिद्वार के राखी व्यापारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते जहां हम इस वक्त तक कम से कम अपनी 90 परसेंट राखियां बेच दिया करते थे. वहीं, इस बार 10 से 20 परसेंट ही बेच पाए हैं, साथ ही उनका कहना है कि इस बार ऑनलाइन राखी भी भारी मात्रा में भेजी गई हैं, जिसके चलते लोग कोरोना के डर से बाजारों में राखी खरीदने बहुत कम आ रहे हैं.

  • लक्सर

लक्सर में भी कोरोना ने रक्षाबंधन के त्योहार पर अपना असर डाला है. इस बार करोना वायरस के चलते यातायात के सभी साधन बंद होने के कारण रक्षाबंधन पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है. हर साल बाजारों में रौनक चहल पहल रहती थी मगर इस बार ना ही ग्राहक दिखाई दे रहे हैं. दुकानदार भी माल लगाए बैठे हैं. ऐसे में बिना ग्राहक उनके माथे पर भी चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही है. कोरोना संक्रमण के चलते लोग मिठाई लेने में भी संकोच कर रहे हैं.

पढ़े- नई शिक्षा नीति को लेकर उत्तराखंड सरकार और शिक्षाविद् उत्साहित, वंचितों को मिलेगा लाभ

वहीं, दुकानदारों का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण जैसे हर बार दुकानदारी होती थी इस बार बहुत कम दुकानदारी हुई है. लोग इस बार मिठाई खरीदने में भी परहेज कर रहे हैं, हर कोई भयभीत नजर आ रहा है. वहीं, इस पर राखी बेचने वाले दुकानदारों से बात की गई तो उनका भी साफ तौर से कहना था कि कोरोना के चलते इस बार राखी की सेल बहुत कम हो रही है, साथ ही बताया कि इस बार बाजारों में चाइना की राखियां नजर नहीं आ रही है. ऐसे में स्वदेशी राखियां ही बाजारों में बिक रही है और लोग भी स्वदेशी राखियां ही पसंद कर रहे हैं.

  • खटीमा

वहीं, उधम सिंह नगर के खटीमा कि बात करे तो यहां भी इस बार कोरोना के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. बाजार में ग्राहकों की कमी के चलते जहां दुकानदार काफी परेशान है तो वहीं, चाइनीज राखी ना आने के कारण आम राखियों के भाव में भी काफी तेजी देखने को मिल रही है.

खटीमा के खड़ंजा बाजार पर जहां हर साल राखी के अवसर पर बाजार ग्राहकों से गुलजार रहते थे. वहीं, इस बार दुकानदारों की राखी की स्टॉल पर खाली पड़े हुए है. जिसके चलते राखी की दुकान सजा कर बैठे दुकानदार भी खासा परेशान हैं. दुकानदारों का कहना है कि कोविड-19 के चलते राखी के अवसर पर राखी की दुकानों में सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं, अधिकतर दुकानदारों ने इस बार चाइनीज राखी नहीं मंगवाई है, साथ ही जो ग्राहक दुकान पर आ रहे हैं, वो भी चाइनीज राखी की मांग नहीं कर रहे हैं.

पढ़े- CM ने किया स्किल स्टडी रिपोर्ट का विमोचन, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर

व्यापारियों ने बताया कि हमने इस बार आस लगाई थी कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन से रक्षाबंधन काफी मददगार सिद्ध होगा, मगर सरकार द्वारा लगाई गई बाजार खोलने की पाबंदी और कोरोना डर इस साल रक्षाबंधन पर भी भारी पड़ गया है. जिससे सभी व्यापारियों को इस बार काफी नुकसान उठाना पड़ा है.

  • कालाढूंगी

कालाढूंगी के राखी व्यापारियों ने बताया कि इस बार का राखी का त्योहार फीका नजर आ रहा है. ऐसे में काफी कम लोग ही बाजार का रुख कर रहे हैं, जिससे राखी की खरीदारी में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. राखी व्यापारी मनोज बिष्ट ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी रखी का त्योहार मनाया जा रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार का ये त्योहार फीका नजर आ रहा है.

Last Updated : Aug 2, 2020, 7:44 PM IST
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