देहरादूनः उत्तराखंड में ड्रग्स की तस्करी तेजी से बढ़ती जा रही है. उत्तर प्रदेश से सटे होने कारण तस्कर यूपी से कम दाम में ड्रग्स लाकर उत्तराखंड में महंगे दाम में बेच रहे हैं. देहरादून की रायपुर पुलिस ने एक ड्रग पेडलर को गिरफ्तार करते हुए चरस की बड़ी खेप बरामद की है. खास बात ये है कि ड्रग पेडलर पूर्व में मर्चेंट नेवी कर्मी रह चुका है.
उत्तराखंड में ड्रग्स की तस्करी के खिलाफ रायपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक किलो चरस के साथ एक ड्रग पेडलर को रायपुर रोड गुरुद्वारा के पास से गिरफ्तार किया है. चरस की कीमत पांच लाख रुपए बचाई जा रही है. पुलिस के मुताबिक, ड्रग पेडलर आदर्श कुमार साल 2017 तक करौवली अकॉर्डशिप मैनेजमेंट कंपनी मुंबई में मर्चेंट नेवी में था. लेकिन चोट लगने के बाद वह बाहर हो गया. इसके बाद आरोपी आदर्श ने खुद की ट्रैवलिंग गाइड की कंपनी ZEEL ADVENTURE (जील एडवेंचर) बनाई. कंपनी के माध्यम से आदर्श पर्यटकों को ऋषिकेश व उत्तरकाशी टैक्सी उपलब्ध कराकर कमीशन एजेंट के रूप में रुपए कमाने लगा. टूरिस्ट गाइड के रूप में कार्य करते हुए वह नशे का आदी हो गया. इस बीच आदर्श की एक लड़की से दोस्ती हो गई और खर्चे पूरे करने के लिए टूरिस्ट गाइड के रूप में चरस की तस्करी भी करने लगा.
पुलिस ने बताया कि आदर्श 28 मई को यूपी के सहारनपुर के मिर्जापुर गांव से एक किलो चरस लाया और उसे रायपुर क्षेत्र में बेचने की फिराक में था. लेकिन उससे पहले ही मुखबिर की सूचना पर थानाध्यक्ष रायपुर द्वारा एक पुलिस टीम गठित की गई. पुलिस ने जाल बिछाया और आरोपी आदर्श कुमार निवासी हाथीबड़कला देहरादून को एक किलो चरस के साथ रायपुर रोड गुरुद्वारा के पास से रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
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नशा तस्करों को किया जा रहा चिन्हित: उधर थाना रायपुर क्षेत्र के अंर्तगत नशा करने वाले और नशा बेचने वाले तस्करों को चिह्नित कर लगातार डाटा तैयार किया जा रहा है. साथ ही नशा करने वालों की सप्ताह में दो बार काउसलिंग की जा रही है. पहले भी सपेरा बस्ती में थाना रायपुर पुलिस द्वारा सत्यापन की कार्रवाई की गई थी. कार्रवाई के दौरान सरपंच और उसकी पत्नी को 7.5 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया था. सत्यापन की कार्रवाई से पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली थी.