मसूरी: गूंज संस्था की अध्यक्ष डॉ. सोनिया आनंद रावत ने उपेंद्र थापली द्वारा दिए गए बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने कहा कि उपेंद्र थापली ने राशन वितरण कार्यक्रम के दौरान बयान दिया कि डॉक्टर सोनिया आनंद रावत द्वारा सरकारी राशन वितरण किया जा रहा है और वो अपने चहेते लोगों को राशन बांट रही हैं. जिसके बाद वार पलटवार का दौर जारी है.
इस पर डॉ. सोनिया आनंद रावत ने कहा कि कोरोनाकाल के दौरान जब लोगों को राशन की आवश्यकता थी तब उनके द्वारा यहां कोई कार्य नहीं किया गया. जब स्थिति सामान्य हो गई है तो वह लोगों को राशन वितरित कर अपनी सियासी जमीन तलाश रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि उनके द्वारा सरकारी राशन बांटा गया वो जांच के लिए तैयार हैं. साथ ही गूंज संस्था के माध्यम से उन्होंने कोरोनाकाल में गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को राशन वितरण किया. उन्होंने कहा कि जिस पर उपेंद्र थापली राजनीति कर रहे हैं.
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सोनिया आनंद ने कहा कि इससे पहले भी काबीना मंत्री गणेश जोशी द्वारा मसूरी में संभावित प्रत्याशियों को चोर डकैत की संज्ञा दी गई थी. जिसकी वह कड़ी शब्दों में निंदा करती हैं और सार्वजनिक मंच पर उनसे माफी मांगने की मांग करती हैं. उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व सरकार द्वारा रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर शिफन कोर्ट के निवासियों को बेघर कर दिया गया था, जिन्हें आज तक छत नहीं मिल पाई है.
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कैबिनेट मंत्री जोशी भी इस मामले में सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. वहीं पालिका सभासद प्रताप पंवार ने कहा कि नगर पालिका एक वर्ष पूर्व शिफन कोर्ट से बेघर हुए लोगों के लिए भूमि उपलब्ध नहीं करवा पाया है. वहीं शासन द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है और आज भी यहां के निवासी खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि शिफन कोर्ट के लोगों के साथ एक दिवसीय धरना कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.