देहरादून: ट्रेन से देहरादून आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि 10 नवंबर से दून रेलवे स्टेशन तीन महीने के लिए बंद होने जा रहा है. इस दौरान यहां से किसी भी ट्रेन का संचालन नहीं होगा. स्टेशन पर खाने-पीने और किताबों समेत अन्य सामानों की स्टॉल लगाने वाले व्यापारियों और कुलियों के सामने भी रोजी-रोटी की संकट खड़ा हो जाएगा.
व्यापारी के साथ रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करने वाले लोग भी खासे परेशान दिखाई दे रही है. ईटीवी भारत ने गुरुवार को रेलवे स्टेशन पर व्यापारियों और कुली से बात की जिन्होंने अपना दर्द बयां किया.
कुली की काम करने वाले कुछ लोगों ने बताया कि वह कई सालों से देहरादून रेलवे स्टेशन पर बतौर कुली की काम कर रहे है. ये ही उनके रोजगार का एक मात्र जरिया है. लेकिन अब तीन महीने के लिए दून रेलवे स्टेशन बंद होने जा रहा है. इस स्थिति में उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि आखिर अब वह अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे?
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ऐसे ही कुछ चिंता दून रेलवे स्टेशन पिछले 60 सालों से बुक स्टॉल लगाने वाले अनिल जैन को भी सता रही है. उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि विकास की दृष्टि से रेलवे स्टेशन को 3 महीने तक बंद करना सही है. लेकिन इसी रेलवे स्टेशन को उनका रोजगार जुड़ा हुआ है. राज्य सरकार और रेलवे को व्यापारियों के लिए कुछ वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी. ताकि उनके सामने रोजी-रोटी की संकट न खड़ा हो.
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बता दें कि देहरादून स्टेशन की रिमॉडलिंग के लिए रेलवे ने हरिद्वार से देहरादून तक 90 दिन का ब्लॉक लिया है. ब्लॉक दस नवंबर से शुरू होकर सात फरवरी तक जारी रहेगा. इस बीच हरिद्वार-देहरादून सेक्शन पर ट्रेनों का संचालन रद्द रहेगा. इस दौरान हावड़ा-देहरादून दून एक्सप्रेस और हावड़ा-देहरादून उपासना एक्सप्रेस हरिद्वार और गोरखपुर-देहरादून राप्ती गंगा एक्सप्रेस नजीबाबाद से टर्मिनेट होंगी, जबकि वाराणसी से देहरादून जाने वाली जनता एक्सप्रेस सात फरवरी तक रद्द रहेगी. देहरादून स्टेशन के लिए ट्रेनें बंद होने के बाद सैलानियों के पास रोडवेज का ही सहारा रहेगा.