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स्वच्छता सर्वेक्षण-2021: उत्तराखंड में नंबर-1 रहा दून नगर निगम, देश में टॉप 100 में बनाई जगह

स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के परिणाम 20 नवंबर को जारी हो गए है. इस बार देहरादून नगर निगम ने जहां अपनी रैंकिंग बढ़िया की है और देश में टॉप 100 में जगह बनाई है. वहीं, हरिद्वार 42 पायदान नीचे चला गया है.

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देहरादून
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Published : Nov 20, 2021, 3:57 PM IST

Updated : Nov 20, 2021, 7:11 PM IST

देहरादून: देश के सबसे स्वच्छ शहरों में देहरादून को 82वां स्थान मिला है. इसी के साथ दून नगर निगम पूरे उत्तराखंड में नंबर वन रहा है. आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली में स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के परिणाम जारी किए, जिसमें दून नगर निगम ने 42 स्थानों की उछाल मारते हुए देशभर में 82वां स्थान हासिल किया. बता दें कि पिछली बार दून को 124वीं और उससे पहले 384 रैंक मिली थी. शहरी विकास निदेशालय के अनुसार, इस बार उत्तराखंड की ओवरऑल रैंकिंग चौथी रही है और हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड पहले नंबर पर है.

हालांकि, पिछले साल मेयर सुनील उनियाल गामा ने टॉप 50 का लक्ष्य रखा था लेकिन अच्छी प्रगति करते हुए देहरादून ने स्वच्छता रैंकिंग में एक लंबी छलांग लगाई है और 100 स्वच्छ शहरों में शामिल हो गया है. देहरादून शहर के कुछ शौचालयों को सर्वोत्तम पाया गया है वहीं सभी को स्वच्छ व सुलभ पाया गया. दून को पिछले साल जो ODF++ का दर्जा मिला था वो इस साल भी बरकरार रहा. दून इस श्रेणी में प्रदेश का पहला शहर भी बन गया है.

उत्तराखंड में नंबर-1 रहा दून नगर निगम

पढ़ें- स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में हरिद्वार का 'डिब्बा गोल', कुंभ में सफाई के नाम पर करोड़ों का बजट साफ

उत्तराखंड नगर निगमों की इस प्रकार रही रैंकिंग:

शहर रैंकिंग
देहरादून82
रुड़की101
रुद्रपुर257
हल्द्वानी281
हरिद्वार285
काशीपुर342

केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सर्वे में इस बात का ध्यान रखा गया था कि शहरों में टॉयलेट में सफाई कैसी है, पानी उपलब्धता है या नहीं और शौचालय जनता के लिए खुले रहते हैं या नहीं. वहीं, स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में काशीपुर नगर निगम के हाथ महज निराशा ही लगी है. बीते वर्ष की तुलना में काशीपुर नगर निगम ने 203 स्थान से पिछड़कर 342वीं रैंक हासिल की है. साल 2018 में स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान में काशीपुर 257वें स्थान पर रहा था जबकि, साल 2019 में काशीपुर 51 स्थान पिछड़कर 308वें स्थान पर रहा था. बीते साल 2020 में 169वें स्थान की छलांग लगाते हुए 139वां स्थान हासिल किया था. वहीं, इस बार वर्ष 2021 के स्वच्छ सर्वेक्षण में अभियान के आये नतीजों में काशीपुर वासियों को निराशा हाथ लगी, जब काशीपुर नगर निगम प्रदेश के सभी 6 नगर निगमों में 342वीं रैंक के साथ सबसे निचले पायदान छठे स्थान पर रहा.

इसके साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण में ऋषिकेश नगर निगम को साफ-सफाई, कूड़ा प्रबंधन में 53वां स्थान मिला है. साल 2020 में नगर निगम ऋषिकेश को 83वां स्थान हासिल हुआ था. मेयर अनिता ममगाईं ने स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत नगर निगम को मिले स्थान को उपलब्धि बताया है.

गंगा किनारे बसे शहरों में ऋषिकेश 5वें नंबर पर: शहरी विकास निदेशालय के अनुसार, गंगा किनारे बसें शहरों में तीर्थनगरी ऋषिकेश को पांचवां स्थान मिला है. मेयर का कहना है कि अगले साल और बेहतरी की कोशिश की जाएगी.

देहरादून: देश के सबसे स्वच्छ शहरों में देहरादून को 82वां स्थान मिला है. इसी के साथ दून नगर निगम पूरे उत्तराखंड में नंबर वन रहा है. आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली में स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के परिणाम जारी किए, जिसमें दून नगर निगम ने 42 स्थानों की उछाल मारते हुए देशभर में 82वां स्थान हासिल किया. बता दें कि पिछली बार दून को 124वीं और उससे पहले 384 रैंक मिली थी. शहरी विकास निदेशालय के अनुसार, इस बार उत्तराखंड की ओवरऑल रैंकिंग चौथी रही है और हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड पहले नंबर पर है.

हालांकि, पिछले साल मेयर सुनील उनियाल गामा ने टॉप 50 का लक्ष्य रखा था लेकिन अच्छी प्रगति करते हुए देहरादून ने स्वच्छता रैंकिंग में एक लंबी छलांग लगाई है और 100 स्वच्छ शहरों में शामिल हो गया है. देहरादून शहर के कुछ शौचालयों को सर्वोत्तम पाया गया है वहीं सभी को स्वच्छ व सुलभ पाया गया. दून को पिछले साल जो ODF++ का दर्जा मिला था वो इस साल भी बरकरार रहा. दून इस श्रेणी में प्रदेश का पहला शहर भी बन गया है.

उत्तराखंड में नंबर-1 रहा दून नगर निगम

पढ़ें- स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में हरिद्वार का 'डिब्बा गोल', कुंभ में सफाई के नाम पर करोड़ों का बजट साफ

उत्तराखंड नगर निगमों की इस प्रकार रही रैंकिंग:

शहर रैंकिंग
देहरादून82
रुड़की101
रुद्रपुर257
हल्द्वानी281
हरिद्वार285
काशीपुर342

केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सर्वे में इस बात का ध्यान रखा गया था कि शहरों में टॉयलेट में सफाई कैसी है, पानी उपलब्धता है या नहीं और शौचालय जनता के लिए खुले रहते हैं या नहीं. वहीं, स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में काशीपुर नगर निगम के हाथ महज निराशा ही लगी है. बीते वर्ष की तुलना में काशीपुर नगर निगम ने 203 स्थान से पिछड़कर 342वीं रैंक हासिल की है. साल 2018 में स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान में काशीपुर 257वें स्थान पर रहा था जबकि, साल 2019 में काशीपुर 51 स्थान पिछड़कर 308वें स्थान पर रहा था. बीते साल 2020 में 169वें स्थान की छलांग लगाते हुए 139वां स्थान हासिल किया था. वहीं, इस बार वर्ष 2021 के स्वच्छ सर्वेक्षण में अभियान के आये नतीजों में काशीपुर वासियों को निराशा हाथ लगी, जब काशीपुर नगर निगम प्रदेश के सभी 6 नगर निगमों में 342वीं रैंक के साथ सबसे निचले पायदान छठे स्थान पर रहा.

इसके साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण में ऋषिकेश नगर निगम को साफ-सफाई, कूड़ा प्रबंधन में 53वां स्थान मिला है. साल 2020 में नगर निगम ऋषिकेश को 83वां स्थान हासिल हुआ था. मेयर अनिता ममगाईं ने स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत नगर निगम को मिले स्थान को उपलब्धि बताया है.

गंगा किनारे बसे शहरों में ऋषिकेश 5वें नंबर पर: शहरी विकास निदेशालय के अनुसार, गंगा किनारे बसें शहरों में तीर्थनगरी ऋषिकेश को पांचवां स्थान मिला है. मेयर का कहना है कि अगले साल और बेहतरी की कोशिश की जाएगी.

Last Updated : Nov 20, 2021, 7:11 PM IST
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