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सवालों के घेरे में यूपी निर्माण निगम, चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बिना हैंड ओवर के भवन पर किया कब्जा

दून मेडिकल कॉलेज के लिए यूपी निर्माण निगम को 45 करोड़ 53 लाख का भुगतान कर दिया गया है. लेकिन दून मेडिकल कॉलेज के भवनों का हैंड ओवर अब तक नहीं दिया गया है. हालांकि मामले की रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है.

दून मेडिकल कॉलेज
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Published : Aug 19, 2019, 6:08 PM IST

Updated : Aug 19, 2019, 8:01 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में यूपी निर्माण निगम के अधिकारियों का दबदबा दिख रहा है. दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा यूपी निर्माण निगम को पूरा भुगतान करने के बाद भी अब तक मेडिकल कॉलेज के भवनों को हैंडओवर नहीं किया गया है. जबकि काम पूरा किए बिना ही पूरा भुगतान किया जाना सवालों के घेरे में है.

सवालों के घेरे में यूपी निर्माण निगम

वहींं दून मेडिकल कॉलेज के भवनों का हैंड ओवर लिए बिना ही चिकित्सा शिक्षा विभाग ने भवन पर कब्जा ले लिया है. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन इसका जवाब विभाग के अधिकारियों के पास नहीं है.

पढे़ं- महिला ने ई-रिक्शा में बच्ची को दिया जन्म, डॉक्टर ने आशा और पीड़िता को अस्पताल से भगाया

दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आशुतोष सयाना ने बताया कि निर्माण एजेंसी को पूरा भुगतान कर दिया गया है. जबकि, अब भी निर्माण कार्य होना बाकी है, उन्होंने बताया कि इसको लेकर शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है.

दून मेडिकल कॉलेज के लिए निगम को 45 करोड़ 53 लाख रुपए का भुगतान होने के बावजूद काम का पूरा ना होना बड़े सवाल खड़े करता है. हाल ही में कॉलेज के ओपीडी की सीलिंग टूटने की घटना भी हो चुकी है. जिससे अस्पताल के कामों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं. उधर, ऐसी घटना होने पर कौन जिम्मेदार होगा इससे भी चिकित्सा शिक्षा विभाग पल्ला झाड़ रहा है.

राज्य में यूपी निर्माण निगम के कामों पर अक्सर सवाल उठते रहे हैं. कई मामलों में यूपी निर्माण निगम और विभागीय अधिकारियों की सांठगांठ भी सामने आई है. लेकिन जांच के नाम पर हमेशा लीपापोती ही हुई है.

देहरादून: उत्तराखंड में यूपी निर्माण निगम के अधिकारियों का दबदबा दिख रहा है. दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा यूपी निर्माण निगम को पूरा भुगतान करने के बाद भी अब तक मेडिकल कॉलेज के भवनों को हैंडओवर नहीं किया गया है. जबकि काम पूरा किए बिना ही पूरा भुगतान किया जाना सवालों के घेरे में है.

सवालों के घेरे में यूपी निर्माण निगम

वहींं दून मेडिकल कॉलेज के भवनों का हैंड ओवर लिए बिना ही चिकित्सा शिक्षा विभाग ने भवन पर कब्जा ले लिया है. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन इसका जवाब विभाग के अधिकारियों के पास नहीं है.

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दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आशुतोष सयाना ने बताया कि निर्माण एजेंसी को पूरा भुगतान कर दिया गया है. जबकि, अब भी निर्माण कार्य होना बाकी है, उन्होंने बताया कि इसको लेकर शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है.

दून मेडिकल कॉलेज के लिए निगम को 45 करोड़ 53 लाख रुपए का भुगतान होने के बावजूद काम का पूरा ना होना बड़े सवाल खड़े करता है. हाल ही में कॉलेज के ओपीडी की सीलिंग टूटने की घटना भी हो चुकी है. जिससे अस्पताल के कामों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं. उधर, ऐसी घटना होने पर कौन जिम्मेदार होगा इससे भी चिकित्सा शिक्षा विभाग पल्ला झाड़ रहा है.

राज्य में यूपी निर्माण निगम के कामों पर अक्सर सवाल उठते रहे हैं. कई मामलों में यूपी निर्माण निगम और विभागीय अधिकारियों की सांठगांठ भी सामने आई है. लेकिन जांच के नाम पर हमेशा लीपापोती ही हुई है.

Intro:एक्सक्लूसिव रिपोर्ट.....


Summary- उत्तराखंड में यूपी निर्माण निगम  अधिकारियों पर इस कदर हावी है कि करोड़ों के भुगतान के बावजूद न तो काम पूरा हो पा रहा है और न ही भवन को आधिकारिक रूप से हैंडओवर किया जा रहा है...देखिये ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट.....



प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा विभाग के हालात इस कदर दयनीय है की यहां उत्तर प्रदेश की निर्माण एजेंसी पूरे सिस्टम पर भारी पड़ रही है। पूरा भुगतान होने के बावजूद भी एजेंसी से अबतक भवन हैंडओवर नही किया गया है...




Body:देहरादून में दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सा शिक्षा विभाग और यूपी निर्माण निगम के अधिकारियों के बीच की सांठगांठ का अड्डा बन गया है..चर्चाएं हैं कि इसी आपसी तालमेल के चलते पूरा निर्माण कार्य किए बिना यूपी निर्माण निगम को भुगतान राशि पूरी तरह से अदा कर दी गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि विभाग द्वारा यूपी निर्माण निगम एजेंसी को पूरा भुगतान होने के बावजूद भी मेडिकल कॉलेज के भवन को अब तक विभाग को हैंडोवर नहीं किया गया है। जबकि काम पूरा किए बिना ही पूरा भुगतान किया जाना भी सवालों के घेरे में है। खास बात यह है कि भवन को हैंड ओवर लिए बिना ही चिकित्सा शिक्षा विभाग ने  भवन पर कब्जा ले लिया है ऐसे में  यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा इसका जवाब विभाग के अधिकारियों के पास भी नहीं है। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आशुतोष सयाना बताते हैं कि निर्माण एजेंसी को भुगतान पूरी तरह से कर दिया गया है जबकि अब भी निर्माण कार्य उसके द्वारा बाकी है इसको लेकर शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। 


बाइट आशुतोष सयाना प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज


दून मेडिकल कॉलेज में 45 करोड़ 53 लाख का भुगतान होने के बावजूद काम का पुराना होना अपने आप में बड़े सवाल खड़े करता है। इससे भी बड़ी बात यह है कि हाल ही में कॉलेज के ओपीडी की सीलिंग टूटने की घटना भी हो चुकी है, जिससे अस्पताल के कामों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। उधर ऐसी घटना होने पर कौन जिम्मेदार होगा इससे भी चिकित्सा शिक्षा विभाग पल्ला झाड़ रहा है।




Conclusion:राज्य में यूपी निर्माण निगम का यह पहला मामला नहीं है जब उसके कामों पर सवाल उठते रहे हैं इससे पहले भी तमाम मामलों पर यूपी निर्माण निगम और अधिकारियों की सांठगांठ की चर्चाएं आम रहती हैं। इस सबके बावजूद यूपी निर्माण निगम पर ना तो कोई कार्यवाही होती है ना ही अधिकारियों की मेहरबानी ही निगम पर कम हो पा रही है।

पीटीसी नवीन उनियाल देहरादून
Last Updated : Aug 19, 2019, 8:01 PM IST
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